सेक्स रैकेट को चलाने वाले कर्नल अहलावत इंडियन क्रिकेट टीम के कप्तान एमएस धोनी और सुरेश रैना के काफी करीबी हैं
नई दिल्ली। दिल्ली के सफदरजंग में पकड़े गए इंटरनेशनल सेक्स रैकेट की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। खबरों की माने तो सेक्स रैकेट को चलाने वाले कर्नल अहलावत इंडियन क्रिकेट टीम के कप्तान एमएस धोनी और सुरेश रैना के काफी करीबी हैं।
आपको बता दें कि सफदरजंग एन्क्लेव के ए-25 ब्लॉक में स्थित पीएन. सान्याल के घर में इनकम टैक्स की रेड की गई थी, इस दौरान एक रूसी लड़की बाथरूम में बंद मिली थी साथ ही 24 पासपोर्ट भी बरामद किए गए हैं। कर्नल अहलावत से अक्सर मिलते थे धोनी, उनके फार्म हाउस में बर्थडे भी सेलिब्रेट किया था। दरअसल, अजय का दिल्ली के ब्रिजवासन इलाके में एक बड़ा फॉर्म हाउस है। यहां कई नामी हस्तियों का आना जाना लगा रहता था। कर्नल अहलावत अपने फॉर्म हाउस में पोलो क्लब चलाते थे।
हो सकते हैं बड़े खुलासे
डीसीपी साऊथ ईश्वर सिंह ने इस बारे में कहा- मामले की जांच के लिए टीम बनाई गई है। सिर्फ सेक्स रैकेट तक सीमित नहीं है ये मामाला। इसमें अभी और भी खुलासे हो सकते हैं। वहीं दूसरी ओर ब्रिजवासन के विधायक कर्नल देवेंद्र सहरावत ने फॉर्म हाउस को सील करने की मांग की है।
कौन है अजय अहलावत
कर्नल अजय का रिकॉर्ड दागी है। उस पर गोल्ड स्मगलिंग से लेकर प्रॉपर्टी को लेकर धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। आर्मी से वीआरएस लेने वाले कर्नल अहलावत के कई संगीन जुर्मों से संबंध रहे हैं। उन्हें इससे पहले हथियारों की सप्लाई लिट्टे को करने के मामले में भी शामिल पाया जा चुका है। 2015 में डीआरआई ने उसका संबंध गोल्ड स्मगलिंग में भी पाया था। पुलिस अब इस मामले में अहलावत और सान्याल को आमने सामने बैठाकर इस मामले की जांच कर रही है। अजय अहलावत के कई डिफेंस डीलरों से संबंध भी बताए जा रहे हैं।
विदेशों से मंगाई जाती थी लडकियां
कर्नल अहलावत के इस कारोबार को पी एन सान्याल नामक शख्स चलाता था। वह विदेशी लड़कियों को यहां कई हाई-प्रोफाइल लोगों को सप्लाई करवाता था। सान्याल के घर से मिली विदेशी लड़की ने बताया कि यह सेंट्रल एशिया से भी कई लड़कियों को यहां बुलाता था। सान्याल के घर से मिली रूसी लड़की का कहना है कि वह टूरिस्ट वीजा पर भारत आई थी।
इसलिए बना बड़ा मुद्दा
कर्नल अहलावत कहीं आर्मी अफसरों को तो लड़कियां सप्लाई नहीं करता था। अभी इस बात की भी जांच की जा रही है। अगर ऐसा है तो बड़ा मामला हो सकता है। क्योंकि, इससे डिफेंस की जानकारियां लीक होने की संभावना बढ़ जाती हैं।