scriptजानिए दोहरा शतक लगाने के बाद विराट कोहली ने क्या कहा? | Doing well in Tests gives immense job satisfaction: Kohli | Patrika News

जानिए दोहरा शतक लगाने के बाद विराट कोहली ने क्या कहा?

Published: Jul 23, 2016 10:26:00 pm

कोहली ने कहा कि वह उस जगह इस मुकाम को हासिल कर काफी खुश हैं जहां पांच साल पहले उन्होंने याद न रखने वाला पदार्पण किया था।

Viart kohli

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एंटिगा। वेस्टइंडीज के खिलाफ जारी पहले टेस्ट मैच के दौरान करियर का पहला दोहरा शतक लगाने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि खेल के लंबे प्रारूप में रन बनाने से उन्हें काफी संतुष्टि मिलती है। कोहली ने टेस्ट मैच के दूसरे दिन अपने करियर का पहला दोहरा शतक लगाया था। वह विदेशों में दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय कप्तान भी बन गए हैं। उन्होंने कहा कि वह उस जगह इस मुकाम को हासिल कर काफी खुश हैं जहां पांच साल पहले उन्होंने याद न रखने वाला पदार्पण किया था।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर शुक्रवार को कोहली के हवाले से कहा गया है, यह शानदार अहसास है। मैंने यहां पदार्पण किया था और वह श्रृंखला मेरे लिए काफी खराब रही थी। यहां वापस आकर दोहरा शतक लगाने से मुझे काफी संतुष्टि मिली है क्योंकि मैंने पहले कुछ बड़े स्कोर बनाने के मौके गंवा दिए थे। इससे पहले भारत ने 2011 में वेस्टइंडीज का दौरा किया था। इस श्रृंखला में कोहली का औसत महज 15 रनों का था।

भारतीय कप्तान ने कहा, मैं जानता हूं कि मुझमें बड़ा स्कोर करने की काबिलियत है। यह मेरा पहला दोहरा शतक है। यह मैं हमेशा से करना चाहता था। मैं इस बात को लेकर खुश हूं कि मैं इस मुकाम को पार कर पाया। उन्होंने कहा, यह शानदार अहसास है। मेरे लिए और पूरी टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट काफी महत्वपूर्ण है। इसलिए जब आप टेस्ट क्रिकेट में अच्छा करते हो इससे आप को अपने काम को लेकर संतुष्टि मिलती है। मैं इस पल के लिए बेहत खुश हूं। टेस्ट मैचों में पांच गेंदबाजों को टीम में शामिल करने के पक्षधर कोहली ने कहा कि एक बल्लेबाज की कमी होने के कारण जिम्मेदारी बढ़ जाती है।

कोहली ने कहा, जब आप एक निश्चित संयोजन के साथ जाते हो तो आपके सामने जो जिम्मेदारी होती है उसको समझना बेहद जरूरी होता है। पांच बल्लेबाजों के साथ खेलना अतिरिक्त दबाव बनाता है, लेकिन इसे हम एक चुनौती की तरह लेना चाहते हैं। उन्होंने कहा, बल्लेबाजों ने जिम्मेदारी लेने का फैसला किया। एक कप्तान के तौर पर मैं अपने खिलाडय़िों से वो करने को नहीं कह सकता जो मैं नहीं कर सकता और मैं हमेशा इस बात में विश्वास रखता हूं।

टेस्ट कप्तान ने कहा, मैं अपने आपको सकारात्मक रखता हूं, मैं जल्दी रन बनाने की कोशिश करता हूं क्योंकि मैं जानता था अगर हमें अपने विपक्षी को आउट करना है तो हमें हमारे गेंदबाजों को दोबारा तैयार होने के लिए, तरोताजा होने के लिए पर्याप्त समय देना होगा। यह पहली पारी थी जो अच्छी रही।
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