मुंबई। भारत के महान ऑलराउंडर कपिल देव मंगलवार को क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया के हॉल ऑफ फेम में शामिल हुए। भारत को पहला विश्व कप दिलाने वाले इस कप्तान को पूर्व भारतीय कप्तानों अजित वाडेकर, सुनील गावस्कर और नरी कांट्रैक्टर की मौजूदगी में इस क्लब में शामिल किया गया। पूर्व भारतीय खिलाड़ी और लेजंड्स क्लब के अध्यक्ष माधव आप्टे ने 1983 में भारत को विश्व कप दिलाने वाले इस कप्तान को प्रशस्ति पत्र देखकर सम्मानित किया। टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज गावस्कर को भी वाडेकर ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। गावस्कर को 11 जुलाई 2013 में ही क्लब के हॉल ऑफ फेम में शामिल किया जा चुका है। इस मौके पर कपिल ने कहा कि इस देश में ऐसा कोई नहीं है जो सुनील गावस्कर नहीं बनना चाहता। काफी लोग आएंगे लेकिन यह नाम हमेशा शीर्ष पर रहेगा। कपिल ने कहा कि उस समय क्रिकेट को लेकर हमारे अंदर काफी जुनून था। हम पुरस्कारों या किसी और चीज पर ध्यान नहीं देते थे। अगर हमारी सफलता से लोगों को खुशी मिलती है तो हमें गर्व होता था। दुनिया के इस महान ऑलराउंडर ने भारत की ओर से खेलते हुए 131 टेस्ट मैचों में 5248 रन बनाए और 434 विकेट लिए। दूसरी ओर 225 एकदिवसीय मुकाबलों 3783 बनाने के साथ 253 विकेट चटकाए। एकदिवसीय मैचों में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 175 रन है जो कपिल ने 1983 विश्व कप में जिंबाब्वे के विरुद्ध बनाया था और बाद में भारतीय टीम इस खिताब को जीतकर पहली बार चैंपियन बनीं।