कोलंबो। विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय क्रिकेट टीम ने श्रीलंका की धरती पर इतिहास रच दिया है। पिछले 22 सालों में भारतीय टीम श्रीलंकाई जमीन पर एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई, लेकिन इस टेस्ट जीत के साथ ही भारत ने कोहली के नेतृत्व में यह कारनामा कर दिखाया।
कोहली की पहली टेस्ट सीरीज जीतविराट कोहली को भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी पहली बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दी गई। महेन्द्र सिंह धोनी के चोटिल होने के चलते कोहली को टेस्ट कप्तानी दी गई। इसके बाद धोनी के अचानक टेस्ट कप्तानी छोडऩे के बाद कोहली को टीम इंडिया का टेस्ट कप्तान बनाया गया। हालांकि कोहली को टेस्ट कप्तान के रूप में पहली सफलता श्रीलंका के मौजूदा सीरीज में ही मिली। अब इस सीरीज को जीतने के साथ ही कोहली के खाते में दो उपलब्धियां जुड़ गई हैं। पहली- कोहली के कप्तानी में पहली टेस्ट सीरीज जीत और दूसरी श्रीलंकाई धरती पर 22 साल बाद टीम इंडिया की टेस्ट सीरीज में फतह।
अजहरुद्दीन ने दिलाई श्रीलंका में पहली टेस्ट सीरीज जीतगौरतलब है कि 22 साल पहले 1993 में मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में भारत ने श्रीलंका को उसी के घर में 1-0 से टेस्ट सीरीज जीती थी। खास बात यह है कि अजहरुद्दीन की कप्तानी में ही भारत ने इतिहास में पहली बार श्रीलंकाई जमीन पर पहली बार कोई टेस्ट और सीरीज में जीत दर्ज की थी। इस सीरीज का पहला टेस्ट ड्रा रहा जबकि कोलंबो के एसएससी स्टेडियम में खेला गया दूसरा टेस्ट भारत ने 235 रन से जीता था। कोलंबो में ही खेला गया सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्ट भी ड्रा रहा। इस तरह यह सीरीज भी भारत के नजरिए से ऐतिहासिक रही।
ये सब भी नहीं दिखा पाए जौहर
भारतीय टीम ने श्रीलंका का दौरा कई बार किया। इस दौरान कई टेस्ट खेले गए, लेकिन अजहर को छोड़कर कोई भी भारतीय टीम कप्तान सीरीज जीतने का सपना पूरा नहीं कर पाया। 1985 में कपिल देव की कप्तानी में भारत ने श्रीलंका के साथ तीन टेस्ट मैच खेले। इनमें से दो टेस्ट ड्रा रहे और एकमात्र टेस्ट जीतकर श्रीलंका ने सीरीज पर कब्जा किया। यह श्रीलंका की टेस्ट फॉरमेट में पहली जीत थी।
अगस्त 1997 में सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में भारतीय टीम ने श्रीलंका में दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली। दोनों टेस्टों में रनों की बौछार हुई। पहले टेस्ट में भारत ने 8 विकेट पर 537 रन बनाकर पारी घोषित की। जवाब में श्रीलंका की टीम ने टेस्ट क्रिकेट का सर्वोच्च स्कोर खड़ा कर डाला। पहले दिन भारतीय टीम के पारी घोषित करने के बाद श्रीलंकाई टीम अगले चार दिनों तक बल्लेबाजी करती रही। श्रीलंका ने 6 विकेट पर 952 रन बना डाले। दोनों टेस्ट ड्रा रहे।
2001 में सौरव गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ने श्रीलंका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेली। इस सीरीज में भारतीय टीम महज 1 टेस्ट जीत पाई। बाकी दो टेस्ट श्रीलंका ने जीते। गांगुली भी भारत का श्रीलंका में सीरीज जीत का सपना पूरा नहीं कर पाए।
2008 में अनिल कुंबले की कप्तानी में भी यही हाल रहा। भारतीय टीम ने श्रीलंका में खेली गई टेस्ट सीरीज में 1 टेस्ट मैच जीता और दो मैच गंवा बैठी। इसके बाद महेन्द्र सिंह धोनी की अगुवाई में टीम इंडिया श्रीलंका फतह करने पहुंची। हालांकि इस तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत कमाल तो नहीं दिखा पाई, लेकिन सीरीज 1-1 से बराबरी पर खत्म हुई। 1 टेस्ट ड्रा रहा।
Home / Uncategorized / जो धोनी नहीं कर पाए वो कोहली ने किया, 1993 में अजहर का कारनामा