भारत ए ने सुबह अपनी पारी को कल के 267 रन पर छह विकेट से आगे बढ़ाया। उस समय अपराजित 28 और गोपाल शून्य पर नाबाद थे। लेकिन भारतीय टीम केवल 5.3 ओवर तक ही आगे खेल सकी और उसके बाकी चार बल्लेबाज मात्र सात रन ही जोड़ सके ओर पूरी टीम 274 पर ढेर हो गयी। भारत ए के निराशाजनक प्रदर्शन और आस्ट्रेलिया ए के दमदार खेल की बदौलत चौथे दिन का खेल शुरू होने के एक घंटे के भीतर ही निपट गया। आस्ट्रेलिया ए ने 61 रनों के लक्ष्य का सामना भी बेहद आसानी से किया।
इससे पहले मैच के तीसरे दिन भी भारत ए के बल्लेबाज अपने प्रदर्शन में सुधार नहीं कर पाए। कप्तान चेतेश्वर पुजारा, अभिनव मुकुंद विराट कोहली, करूण नायर और नमन ओझा नाकाम रहे और अच्छी शुरूआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए। आस्ट्रेलिया ए की ओर से संधू ने करूण नायर, बाबा अपराजित, श्रेयस गोपाल और वरूण आरोन को अपना शिकार बनाया जबकि कीफे ने विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, नमन ओझा और शार्दुल ठाकुर को पवेलियन भेजा।
द्रविड़ की कोच के रूप में पहली सीरिज
दिग्गज क्रिकेटर राहुल द्रविड़ की कोच के रूप में यह पहली श्रृंखला थी। उनकी कोचिंग के तहत भारत ए पहले टेस्ट में जरूर ऑस्ट्रेलिया ए को दबाव में लाने में सफल रही लेकिन दूसरे टेस्ट में खिलाड़ी पूरी तरह से बैरंग रहे, जबकि इस मैच में भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली भी खेल रहे थे। अपनी फॉर्म तलाश रहे कोहली बुरी तरह नाकाम रहे और वे मैच के दौरान एक भी फिफ्टी भी नहीं लगा सके।