मुंबई। कप्तानी के बोझ ने पिछले कुछ समय से महेंद्र सिंह धौनी की बल्लेबाजी को प्रभावित किया है। यह बात विशेषज्ञ बार-बार कहते रहे हैं। यह बात धौनी ने मंगलवार को तब साबित भी कर दी, जब उन्होंने यहां इंग्लैंड के खिलाफ भारत-ए के लिए अपने बल्ले से धुआंधार मचाई। सीनियर टीम इंडिया की कप्तानी से इस्तीफा दे चुके धौनी यहां आखिरी बार किसी बड़े मैच में कप्तानी कर रहे हैं। उन्होंने सिर्फ 40 गेंद में नाबाद 68 रन ठोककर बल्ले से यह मैच यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
लेकिन धौनी की इस धुआंधार पर इंग्लैंड के सैम बिलिंग्स की जीवटता भारी पड़ गई। जो बल्ले से शानदार संघर्ष करते हुए 93 रन पर आउट होकर शतक तो पूरा नहीं कर पाए, लेकिन उनकी पारी ने इंग्लैंड की 3 विकेट से जीत की गाथा जरूर लिख दी।
भारतीय टीम ने धौनी के अलावा अंबाती रायुडू (100), शिखर धवन (63) व युवराज सिंह (56) की पारियों से 50 ओवर में चार विकेट पर 304 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड ने 48.5 ओवर में ही 7 विकेट खोकर 307 रन बनाते हुए जीत हासिल कर ली। भारत के लिए युवा चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव का 60 रन पर 5 विकेट का प्रदर्शन भी काम नहीं आया।
इंग्लैंड को जैसन रॉय और एलेक्स हालेस ने 14.3 ओवर में 95 रन जोड़कर बढि़या शुरुआत दी। चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने रॉय (62) और हालेस (40) को तथा लेग स्पिनर युजवेंद्र चाहल ने कप्तान इयोन मोर्गन (3) को पवेलियन लौटाकर इंग्लैंड को संघर्ष के लिए मजबूर कर दिया।
सैम बिलिंग्स (93) और जोस बटलर (46) ने चौथे विकेट के लिए 79 रन जोड़े। कुलदीप ने फिर से बटलर और उनके दो गेंद बाद मोइन अली (0) को लौटाकर भारत की मैच में वापसी करा दी। लेकिन बिलिंग्स डटे रहे। उन्हंे लियाम डॉसन (41) का साथ मिला। जब तक कुलदीप यादव ने डॉसन के रूप में अपना 5वां विकेट लिया, तब तक दोनों ने मिलकर मैच इंग्लैंड के नाम कर दिया।
इससे पहले इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने टॉस जीतकर भारत-ए को पहले बल्लेबाजी का मौका दिया। ब्रेबोर्न स्टेडियम में जमा दर्शकों की भारी भीड़ के बीच शिखर धवन और मनदीप सिंह ने शुरुआत की। मनदीप ङ्क्षसह (8) ज्यादा नहीं खेल पाए और 25 के कुल डेविड विली की गेंद पर बोल्ड हो गए। मनदीप का विकेट गिरने के बाद शिखर ने दूसरे विकेट के लिए अंबाती रायुडू के साथ 111 रन की साझेदारी की।
चोट से उबरने के बाद टीम में लौटे शिखर ने अपनी फॉर्म का संकेत देते हुए 84 गेंदों में 63 रन में आठ चौके और एक छक्का लगाकर दिखाया कि वह इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के लिए फिट और तैयार हैं। शिखर को जैक बॉल की गेंद पर विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाल रहे जोस बटलर ने कैच किया।
रायुडू ने 97 गेंदों में 11 चौके और एक छक्के की मदद से 100 रन पूरे किए और रिटायर हो गए। रिटायर होने से पहले रायुडू ने युवराज के साथ तीसरे विकेट के लिए 91 रन जोड़े। तीन साल के लंबे अंतराल के बाद एकदिवसीय टीम में लौटे युवराज ने अपनी पुरानी झलक दिखाते हुए शानदार अद्र्धशतकीय पारी खेली। रणजी सत्र में दोहरा शतक ठोक चुके युवी ने 48 गेंदों में छह चौके और दो छक्कों की मदद से 56 रन बनाकर अपने पुराने रंग में लौटने की संकेत दिए।
एकदिवसीय और टी 20 की कप्तानी छोड़कर भारमुक्त हो चुके धौनी ने भी अपने पुराने तेवर दिखाते हुए मात्र 40 गेंदों में 68 रन ठोक डाले। धौनी ने अपने नाबाद अर्धशतक में आठ चौके और दो छक्के लगाए। इंग्लैंड की तरफ से डेविड विली ने 55 रन पर दो विकेट और जैक बॉल ने 61 रन पर दो विकेट लिए।
मैच के बाद ब्रेबोर्न स्टेडियम की संचालक संस्था क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया ने महेंद्र सिंह धौनी को क्रिकेट में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया।