286 रन के लक्ष्य को पाने उतरी भारतीय टीम ने 2 विकेट सिर्फ 41 रन पर खो दिए, लेकिन उसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और उपकप्तान विराट कोहली ने बल्ले से ऐसी जुगलबंदी की कि हर कोई देखता रहा गया। भारत कोहली के 26वें शतक और धौनी के 61वें अर्धशतक से जीतकर सीरीज में न्यूजीलैंड से 2-1 से आगे हो गया है।
कुलदीप पंवार
मोहाली। किसी भी चुनौती को स्वीकारना और उसे पूरा कर दिखाना, यही पहचान पंजाब की धरती की है। कहते हैं कि जहां का पानी आप पीते हैं, वहां के गुण भी आपके अंदर आ जाते हैं। ऐसे में तीन दिन से मोहाली में पंजाबी धरती का पानी पी रहे भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और उपकप्तान विराट कोहली ने भी रविवार को दिखा दिया कि उनमें किसी भी चुनौती को हासिल करने का गुण समा गया है।
जिमी नीशाम और मैट हेनरी ने यहां सीरीज के तीसरे वनडे मैच में न्यूजीलैंड के लिए जिस पंजाबी धूम-धड़ाके वाले रॉक म्यूजिक स्टाइल की बल्लेबाजी करते हुए आईएस बिंद्रा पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में कीवी टीम को 49.4 ओवर में 285 रन तक पहुंचाया था। उससे भी बढिय़ा क्लासिकल भांगड़े की गूंज धौनी और कोहली के बल्ले से सुनाई दी। जिसकी बदौलत भारतीय टीम ने 10 गेंद पहले ही 3 विकेट पर 289 रन बनाकर 7 विकेट से जीत हासिल कर ली और सीरीज में फिर से 2-1 की बढ़त पर आ गए। कोहली 134 गेंद में 16 चौके और 1 छक्के की मदद से 154 रन बनाकर और मनीष पांडे 34 गेंद में 3 चौकों से 28 रन बनाकर नाबाद रहे।
इससे पहले अपने 2 विकेट सिर्फ 41 रन पर खोकर परेशानी में फंसी टीम को इन दोनों ने न केवल तीसरे विकेट के लिए 163 गेंद पर 151 रन की साझेदारी कर उबारा, बल्कि बल्ले से ऐसी जुगलबंदी भी की कि हर कोई देखता रहा गया। दोनों बल्लेबाजों ने कीवी गेेंदबाजों को मैदान के चारों कोनों में सबक सिखाया। यह न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे विकेट के लिए भारत की दूसरे नंबर की साझेदारी है। 158 रन की रिकॉर्ड साझेदारी नवजोत सिद्धू और मोहिंदर अमरनाथ ने 1988 में की थी।
धौनी अभाग्यशाली रहे कि अपना 61वां अर्धशतक पूरा करने के बाद आउट हो गए। उन्होंने 91 गेंद में 6 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 80 रन बनाए। लेकिन विराट का बल्ला अंत तक चलता रहा और उन्होंने 104 गेंद में 10 चौकों से अपना 26वां शतक पूरा किया।
भारतीय ओपनिंग फिर फेल
बड़े स्कोर के सामने टीम को शुरुआती मजबूत आधार की जरूरत होती है, लेकिन भारतीय ओपनिंग जोड़ी यहां भी यह बात समझने में फेल रही और जल्द पवेलियन लौट गई। मौसम में फैले हल्के कोहरे के बीच तेज गेंदबाजों को मिल रही मदद के बावजूद रहाणे (5 रन) ने अनावश्यक तरीके से तीसरे ही ओवर में चार्ज होने की कोशिश की और मैट हेनरी की गेंद पर सेंटनर को कवर्स में कैच थमा बैठे। रोहित शर्मा अभाग्यशाली रहे और टिम साउदी की स्लॉअर बॉल के झांसे में फंस गए। नीची रहती गेंद सीधे विकेट के सामने उनके पैड से टकराई और अंपायर की अंगुली उन्हें पवेेलियन का इशारा कर चुकी थी। रोहित ने 21 गेंद में 2 चौके के साथ 13 रन बनाए।
नीशाम-हेनरी की रिकॉर्ड साझेदारी
इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने स्पिन का परंपरागत भांगड़ा करके एकसमय न्यूजीलैंड के 8 विकेट सिर्फ 199 रन पर गिरा दिए, लेकिन उसके बाद जिमी नीशाम और मैट हेनरी ने 9वें विकेट पर पंजाबी रॉक जैसा धूम-धड़ाकेदार खेल दिखाते हुए सिर्फ 66 गेंद में 84 रन की रिकॉर्डतोड़ साझेदारी से सारा दृश्य ही बदल डाला।
कीवी टीम में इस मैच के लिए डेविच के स्थान पर वापसी करने वाले नीशाम ने सिर्फ 47 गेंद में 57 रन ठोक दिए, जबकि हेनरी 37 गेंद में 39 रन बनाकर अंत तक नाबाद रहे। भारतीय टीम के लिए एकमात्र सफलता पूरी कीवी टीम को 50 ओवर पूरे होने से 2 गेंद पहले पवेलियन लौटा देने की ही रह गई।
खूंटा गाड़कर फिर बैठे लैथम
कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने वनडे सीरीज में लगातार तीसरी बार टॉस जीतकर गेंदबाजी का निर्णय लिया। मार्टिन गुप्टिल ने शुरुआती धुआंधार की और पारी के पहले 50 रन सिर्फ 7 ओवर में ही आ गए। लेकिन गुप्टिल के बल्ले से लंबी पारी फिर भी नहीं निकली और वह 21 गेंद में 27 रन बनाकर उमेश यादव की गेंद पर एलबीडब्ल्यू के शिकार हो गए। कप्तान केन विलियम्सन ने अपनी पारी वहीं से शुरू की, जहां से दिल्ली में शतक बनाकर आउट होते समय छोड़ी थी।
बेहद आत्मविश्वास से खेलते हुए 27 गेंद में सधे हुए 22 रन बना चुके विलियम्सन ‘गोल्डन आर्म’ केदार जाधव की अजब-गजब स्पिन के शिकार हो गए। इस पूरे भारतीय दौरे में टीम इंडिया के लिए परेशानी का सबब बने रहे न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज टॉम लैथम यहां भी खूंटा गाड़कर दूसरे छोर पर विकेटों की आवाजाही देखते रहे। उन्होंने रॉस टेलर के साथ तीसरे विकेट के लिए 93 गेंद में 63 रन की साझेदारी की।
मिश्रा की ‘मैजिक बॉल’
बहुत अच्छा खेल रहे कीवी उपकप्तान रॉस टेलर जब दौरे में पहली बार बड़ा स्कोर लगाते हुए दिख रहे थे तो उनकी पारी पर अमित मिश्रा की ‘मैजिक बॉल’ ने ब्रेक लगा दिया। लेग स्टंप पर पड़कर बहुत लंबा लेग ब्रेक हुई यह गेंद टेलर के ऑफ स्टंप के ऊपर कप्तान धौनी ने पकड़कर उनका स्टंप उखाडऩे में देर नहीं लगाई। टेलर तब तक 57 गेंद में 7 चौके लगाकर 44 रन की मेहनतभरी पारी खेल चुके थे। टीम का स्कोर 3 विकेट पर 154 रन हो गया।
विकेटों के पतझड़ में टूटा लैथम का धैर्य
टेलर के आउट होते ही भारतीय गेंदबाज हावी हो गए। 6 रन बाद कोरे एंडरसन 6 रन बनाकर जाधव का शिकार हो गए तो 1 ही रन बाद अमित मिश्रा ने ल्यूक रोंची को स्टंप करा दिया। इस दौरान बड़ी खूबसूरती से धीमे-धीमे अपनी पारी को सजा रहे टॉम लैथम का धैर्य सिर्फ 9 रन में 3 विकेट गिरने से टूटा और वह भी केदार जाधव के तीसरे शिकार हो गए। लैथम ने 72 गेंद पर 61 रन की पारी में 3 चौके और 1 छक्का लगाया। टीम का स्कोर 6 विकेट पर 169 रन हो चुका था। 11 रन बाद मार्टिन सेंटनर को जसप्रीत बूमराह ने चलता कर दिया तो टिम साउदी उमेश यादव का शिकार बन गए और स्कोर 8 विकेट पर 199 रन हो गया
भारत जीता लगातार छठा टॉस, न्यूजीलैंड अब भी इंतजार में
यह इस सीरीज में धौनी की लगातार तीसरी टॉस जीत है और न्यूजीलैंड लगातार छठी बार इस दौरे पर टॉस हारा है। भारत के लिए इससे पहले विराट कोहली भी टेस्ट सीरीज के तीनों मैचों में लगातार लकी साबित हुए थे और उन्होंने टॉस के साथ सीरीज को भी 3-0 से क्लीन स्वीप किया था।
सचिन से एक पायदान दूर कोहली
26वां शतक विराट कोहली ने इस मैच मेें बनाया
16वां शतक था यह लक्ष्य का पीछा करते हुए
17 शतक के सचिन के रिकॉर्ड से बस एक शतक दूर
22 बार भारत को जीत मिली है कोहली के 26 शतक में
154* रन की कोहली की पारी मोहाली में किसी भी खिलाड़ी का सर्वाधिक स्कोर
139* रन का पिछला रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धौनी ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था
02 ही शतक बने हैं इस मैदान पर भारत के लिए आज तक
फस्र्ट डाउन पर खेलकर सर्वाधिक शतक
खिलाड़ी देश शतक पारी
रिकी पोंटिंग ऑस्ट्रेलिया 29 330
विराट कोहली भारत 19 115
कुमार संगकारा श्रीलंका 18 238
जैक कैलिस द. अफ्रीका 13 200
ब्रायन लारा वेस्टइंडीज 12 106