24 घंटे के अंदर 23 वर्षीय नेगी की किस्मत पूरी तरह बदल गई। नेगी आईपीएल-9 में 8.5 की भारी भरकम रकम पाने वाले ऐसे पहले भातरीय खिलाड़ी बन गए
बेंगलुरु। भगवान जब देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है, यह कहावत दिल्ली के युवा आलराउंडर पवन नेगी पर सौ फीसदी सही साबित होती है। 24 घंटे के अंदर 23 वर्षीय नेगी की किस्मत पूरी तरह बदल गई। नेगी आईपीएल-9 में 8.5 की भारी भरकम रकम पाने वाले ऐसे पहले भातरीय खिलाड़ी बने जिन्होंने एक भी अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। नेगी को विश्वकप टीम में चुने जाने के अगले ही दिन आईपीएल-9 की नीलामी में 8.5 करोड़ रुपए की ऐसी भारी भरकम कीमत मिल गई कि बड़े बड़े दिग्गज हैरान रह गए।
नेगी को शुक्रवार को टी-20 विश्वकप के लिए घोषित 15 सदस्यीय टीम में आश्चर्यजनक रूप से शामिल किया गया था और शनिवार को आईपीएल नीलामी में उन्होंने युवराज सिंह जैसे धुरंधर को पछाड़ते हुए नीलामी के सबसे महंगे भारतीय खिलाड़ी होने का श्रेय हासिल कर लिया।
आईपीएल-9 के मार्की खिलाड़ी युवराज को सुबह 7 करोड़ की कीमत मिली थी और तब ऐसा लग रहा था कि कोई अन्य भारतीय खिलाड़ी युवराज तक नहीं पहुंच पाएगा लेकिन गत वर्ष युवराज को 16 करोड़ की कीमत पर खरीदने वाली टीम दिल्ली डेयरडेविल्स ने इस बार भी एक चौंकाने वाला फैसला करते हुए नेगी को 8.5 करोड़ रुपए में खरीद लिया।
बाएं हाथ के बल्लेबाज और बाएं हाथ के ही स्पिनर नेगी ने अब तक तीन प्रथम श्रेणी, 19 लिस्ट ए और 56 टी 20 मैच खेले हैं। वह आईपीएल में इससे पहले तक पिछले दो सत्रों में चेन्नई सुपरकिंग्स टीम की तरफ से खेले थे और उससे पहले के दो सत्रों में दिल्ली डेयरडेविल्स टीम का हिस्सा थे।
30 लाख बेस प्राइस वाले खिलाडिय़ों में सबसे महंगे बिके नेगी
नेगी का बेस प्राइस मात्र 30 लाख रुपए था। नीलामी में 2 करोड़ रुपए का बेस प्राइस रखने वाले युवराज को जहां सनराइजर्स हैदराबाद ने 7 करोड़ रुपए में खरीदा तो आस्ट्रेलियाई आलराउंडर शेन वाटसन को भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली की टीम रायल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने 9.5 करोड़ रुपए की कीमत पर खरीदा। वाटसन इस तरह नीलामी के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए।
नेगी के 24 घटें में दिन फिरे
एक दिन पहले शुक्रवार को पवन नेगी को टी-20 विश्व कप की टीम में जगह मिली थी। 23 वर्षीय नेगी चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेल चुके हैं। वह इतनी बड़ी रकम पाने वाले पहले ऐसे खिलाड़ी भी बने जिसने कोई अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेला है।
युवी को इसलिए घाटा
वर्ष 2015 में दिल्ली डेयरडेविल्स की कप्तानी करने वाले युवराज का प्रदर्शन बेहद फीका रहा था। उन्होंने आईपीएल-8 के लिए 14 मैचों में 19 की औसत से सिर्फ 248 रन बनाए थे और दो ही अर्धशतक लगा सके थे। युवी की आईपीएल-9 के लिए हुई नीलामी में कम कीमत लगने का सबसे बड़ा कारण यह भी रहा है कि अभी किसी भी आईपीएल में युवराज अपनी टीम को विजेता नहीं बना सके हैं।