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देश का सम्मान सर्वोपरि, देश का बुरा सोचना गलत: शिखर धवन

Published: Feb 20, 2016 08:32:00 am

भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का मानना है कि किसी भी इंसान को अपने देश के बारे में बुरा नहीं बोलना चाहिए

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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का मानना है कि किसी भी इंसान को अपने देश के बारे में बुरा नहीं बोलना चाहिए और देश का हर हाल में सम्मान करना चाहिए। धवन ने कहा कि देश के नागरिक होने के नाते हर किसी को अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहिए और ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिससे देश का अहित हो।

यहां स्पोट्स ब्रांड जेवेन के उद्घाटन के मौके पर धवन से जब एक यूथ आयकॉन होने के नाते जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से जुड़े विवाद पर उनकी राय मांगी तो उनका कहना था, “मेरा मानना है कि देश के प्रति प्यार होना बहुत जरूरी है। जिस देश का आप खाते हो उसका कभी बुरा नहीं सोचना चाहिए। एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते सभी को देश का सम्मान करना चाहिए।”

सरकार ने एक दिन पहले केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रतिदिन राष्ट्र ध्वज फहराए जाने का आदेश गिदया है। इसे लेकर राजनीति गरमा गई है, इस पर जब धवन से उनकी राय पूछी गई तो उन्होंने कहा, “विश्वविद्यालयों में तिरंगा झंडा जरूर फहरना चाहिए। तिरंगा हमारे देश की शान है।”

जेएनयू में हाल ही में देश विरोधी नारे लगाए गए थे, जिसके बाद देशद्रोह के आरोप में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को पुलिस ने गिराफ्तार कर लिया था। उन्हें निचली अदालत द्वारा दो मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

धवन से पहले ओलम्पिक में पदक जीतने वाले पहलवान योगेश्वर दत्त ने भी कहा था कि उनके लिए देश सर्वोपरि है। दत्त ने कहा था कि संसद हमले में फांसी पर चढ़ाए जा चुके अफजल गुरू को अगर शहीद कहा जाएगा तो सियाचिन के वीर हनुमनथप्पा को क्या कहा जाएगा?
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