टेस्ट में पिछले साल दिसंबर से उन्होंने एक भी शतकीय पारी नहीं खेली है। उन्होंने आखिरी बार एडिलेड में भारत के खिलाफ 128 रन बनाकर शानदार शतक लगाया था। क्लार्क ने एक अखबार में अपने लेख में कहा, यह पूरी तरह बकवास है कि मेरा कॅरियर टेस्ट क्रिकेटर के तौर पर खत्म हो चुका है। किसी ने कहा था कि मैं सीरीज में कुछ नहीं कर सकता जिसे मेरी आंखों में देखा जा सकता है, यह पूरी तरह बकवास है। खेलने की मेरी “भूख” अभी भी बरकरार है और इस पर सवाल करने से मुझे सचमुच धक्का लगता है।
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने कहाकि, मैं खुद पर भरोसा करता हूं और हर रोका खुद के प्रदर्शन में सुधार करने की कोशिश करता हूं। मैंने हमेशा मेहनत पर भरोसा किया है और मेरा मानना है कि जितनी ज्यादा आप मेहनत करेंगे, उतना अधिक आपका भाग्य चमकेगा और मैं लगातार मेहनत करता हूं। आज भी मैं सबसे पहले अभ्यास के लिये मैदान में उतरता हूं और सबसे आखिर में जाता हूं, मुझे मेरी भूख और इच्छा के बारे में न समझाए।
टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बारे में उन्होंने कहाकि संन्यास लेने का अभी मेरा कोई विचार नहीं है। मैं अभी 32 साल का हूं, न कि 37 का। गौरतलब है कि आस्ट्रेलियाई कप्तान का नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हुए एश्ेाज सीरीज में सर्वश्रेष्ठ स्कोर 38 है। क्लार्क के नाम टेस्ट में 28 शतक दर्ज है। क्लार्क की कप्तानी में खेल रही ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम नॉटिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ गुरूवार से चौथे एशेज टेस्ट के लिए उतरेगी। इंग्लैंड ने पांच मैचों की इस सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली है।