scriptखुद लोकल डिब्बे में, लेकिन सचिन के लिए AC में लीची लाता है सुधीर | Sudhir travels in local coach, but brings lichis for Sachin in AC | Patrika News

खुद लोकल डिब्बे में, लेकिन सचिन के लिए AC में लीची लाता है सुधीर

Published: May 30, 2015 12:22:00 pm

वे बताते हैं कि, मैं एसी टिकट वहन नहीं कर सकता, लोगों की मदद से लीची के डिब्बे एसी में ले जाता हूं

sudhir chaudhary

sudhir chaudhary

मुंबई। सिर पर वर्ल्ड कप ट्रॉफी की रेप्लिका बांधे, अपने पूरे शरीर को तिरंगे में रंगे और उस पर सचिन तेंदुलकर का नाम व जर्सी लिखे झंडा फहराते सुधीर चौधरी के नाम से देश के सभी क्रिकेटप्रेमी परिचित है। सचिन ने कई मौकों पर सुधीर की मैच टिकट दिलाने में मदद की है। 2011 वर्ल्ड कप जीतने के बाद सचिन ने सुधीर के साथ ट्रॉफी लेकर फोटो भी खिंचाई थी। सचिन के रिटायरमेंट के बाद सुधीर अपने शरीर पर “मिस यू सचिन” लिखकर मैदान में आते हैं। लेकिन दोनों का रिश्ता केवल मैदान तक ही नहीं है बल्कि घर से भी जुड़ा हुआ है।

उत्तर प्रदेश के रहने वाले सुधीर हर साल गर्मियों के मौसम में सचिन के लिए लीचियां लाते हैं और खुद उनके घर देकर आते हैं। एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार सुधीर पिछले 12 साल से अपने गृह नगर मुजफरनगर से सचिन के लिए लीची लाते हैं। वे अपना एक बैग और दो बॉक्स लीची के लेकर घर से रवाना होते हैं। वे बताते हैं कि, मैं एसी टिकट वहन नहीं कर सकता जबकि लीची को एसी की जरूरत होती है। मैं जनरल डिब्बे में सफर करता हूं और लोगों की मदद से लीची के डिब्बे एसी में ले जाता हूं। वे कहतेे हैं कि इसमें दो लोगों ने उनकी मदद की। मैंने उन्हें कहाकि यह सचिन सर के लिए है और वे राजी हो गए।

लीची के बारे में सुधीर का कहना है कि, मैं सचिन सर से 2009 में मिला और इसके बाद से हर साल उनके परिवार के लिए लीची लेकर आता हूं। सचिन से मिलने में होने वाली परेशानी के बारे में वे बताते हैं कि मैं डॉरबैल बजाता हूं और सिक्योरिटी कर्मी मुझे अंदर ले जाते हैं। कुछ साल पहले एक ने मुझे अंदर आने से मना कर दिया था। इस पर सचिन सर ने सबको फटकारा और कहाकि जब सुधीर आए उसे आने देना। उसे कभी कोई नहीं रोकेगा। सचिन सर के उठने के बाद मैं उन्हें ये डिब्बे दूंगा और उनके साथ नाश्ता करने के बाद वापिस अपने घर के लिए रवाना हो जाऊंगा।

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