कैरेबियाई टीम इस बार भारत के खिलाफ पिछले 14 सालों से चल आ रहे टेस्ट जीत के सूखे को खत्म करने की पूरी कोशिश करेगी।
नई दिल्ली। भारत और वेस्टइंडीज के बीच गुरुवार से एंटीगा में टेस्ट मैंचों की जंग शुरू हो चुकी है। भारत ने मैच के पहले दिन टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 302 रन बना लिए है। वेस्टइंडीज के लिए यह सीरीज कई मायने में महत्चपूर्ण है। कैरेबियाई टीम इस बार भारत के खिलाफ पिछले 14 सालों से चल आ रहे टेस्ट जीत के सूखे को खत्म करने की पूरी कोशिश करेगी। वेस्टइंडीज टीम इस बार जेसन होल्डर की अगुवाई में भारत के खिलाफ मैदान पर उतरी है।
अक्टूबर 2002 से वेस्टइंडीज से नहीं हारा भारतभारत का विदेशों में टेस्ट मैचों में भले ही रिकॉर्ड इतना अच्छा नहीं हो लेकिन पिछले 14 सालों से वह वेस्टइंडीज के खिलाफ अजेय बढ़त बनाए हुए है। दरअसल वेस्टइंडीज की टीम पिछले 14 वर्षों से भारत से कोई टेस्ट मैच नहीं जीत पाई है। आखिरी बार वेस्टइंडीज ने भारत को किंग्सटन में 18-22 मई 2002 तक हुए टेस्ट मैच में 155 रनों से हराया था। भारत एकमात्र ऐसी टीम है जिसके खिलाफ वेस्टइंडीज अक्टूबर 2002 के बाद से कोई टेस्ट नहीं जीत पाया है। वेस्टइंडीज ने अक्टूबर 2002 के बाद भारत के खिलाफ 15 टेस्ट खेले, लेकिन उसे एक भी मैच में जीत हासिल नहीं हो पाई है। इस दौरान कैरेबियाई टीम को 8 मैंचों में शिकस्त मिली है जबकि सात मैच में वो ड्रॉ करवाने में कामयाब हो पाई है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 21 मैचों में से 1 में जीत मिलीइस दौरान वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 21 मैचों में से 1 में जीत दर्ज की, 16 हारे और 4 टेस्ट ड्रॉ रहे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 17 मैचों में से वह 1 मैच जीत पाया, 11 मैच हारे जबकि 5 मैच ड्रॉ रहे। वेस्टइंडीज ने इस दौरान इंग्लैंड के खिलाफ 25 मैचों में से 2 में जीत दर्ज की, 15 मैचों में उसे हार मिली और 8 ड्रॉ रहे। कैरेबियाई टीम को पाकिस्तान के खिलाफ 7 टेस्ट मैचों में से 2 में जीत मिली जबकि 4 में हार का सामना करना पड़ा। 1 टेस्ट मैच ड्रॉ रहा।
इसके अलावा भारत-वेस्टइंडी की टीमों के कुछ आंकड़े-साल 2015 से अब तक की 21 टेस्ट पारियों में वेस्टइंडीज़ की सलामी जोड़ी एक बार भी 50 रन का आंकड़ा पार नहीं कर पाई है। इस दौरान सलामी जोड़ी का औसत रहा सिर्फ 16.38 रन।
-एंटीगा के पिच पर अक्सर बल्लेबाजों का बोलबाला रहा है। यहां खेली गईं 12 पारियों में से सात में टीमों ने 300 से ज़्यादा रन बनाए हैं। यहां एक पारी का न्यूनतम स्कोर 272 रन है।
-पिछले 10 सालों में कैरेबियाई पिचों पर स्पिन गेंदबाजों के लिए हालात काफी सुधरे हैं। अब एक विकेट लेने के लिए स्पिन गेंदबाज़ को करीब 70 गेंदें फेंकनी पड़ती हैं, जो एक दशक पहले करीब 86 गेंद हुआ करती थीं।
-भारत के पिछले वेस्टइंडीज़ दौरे पर ईशांत शर्मा सबसे कामयाब गेंदबाज़ रहे थे। वर्ष 2011 के इस दौरे में उन्होंने ब्रिजटाउन में मैच में 10 विकेट चटकाए थे, और सीरीज़ में उनके नाम 22 विकेट थे।
-भारत से बाहर खेलते हुए आर अश्विन का गेंदबाज़ी औसत खराब हो जाता है। एशिया के बाहर गेंदबाजी करते हुए अश्विन का औसत 56.58 रहा है, जबकि एशिया में उनका गेंदबाज़ी औसत 20.47 का है।