दाऊद की संपत्तियों के बारे में पता लगाने के लिए भारतीय खुफिया एजेंसी आईबी और रॉ को जिम्मा दिया गया है।
मुंबई। भारत का
भगोड़ा अपराधी अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर खुफिया एजेंसियों ने एक बड़ा
खुलासा किया है। विदेशों में दाऊद की संपत्तियों की जांच कर रही खुफिया एजेंसियों
को कई चौंकाने वाली जानकारियां मिली है। एजेंसियों को जांच में पता चला है
कि दाऊद ब्लड डॉयमंड का बिजनेस भी कर रहा है।
दाऊद को आर्थिक रूप से कमजोर
बनाने के लिए भारत के एनएसए अजीत डोभाल ने विदेशों में दाऊद की संपत्तियों को जब्त
कराने और उसके ऑपरेशंस पर रोक लगाने के लिए खुफिया एजेंसियों को उसके कारोबारी
हितों का पता लगाने के लिए कहा है। दुनिया भर में मौजूद दाऊद की संपत्तियों के बारे
में पता लगाने के लिए भारतीय खुफिया एजेंसी आईबी और रॉ को जिम्मा दिया गया है।
एक
अंग्रेजी अखबार के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों को पता चला है कि डी कंपनी का फोकस
डॉयमंड के बिजनेस को अफ्रीका और दुबई में प्रमोट करने और विस्तार देने में हैं।
जानकारी के मुताबिक दाऊद अब अफ्रीका के अशांत क्षेत्रों में अवैध तरीके से निकाले
जाने वाले डॉयमंड के कारोबार को बढ़ावा देने में लगा हुआ है। अभी तक यह माना जाता
रहा है कि दाऊद का बिजनेस रियल एस्टेट, मनी लॉंड्रिंग, हवाला, बैटिंग और जाली
करेंसी का है।
कहां से आते हैं डॉयमंड्स
ये डॉयमंड्स अफ्रीकन देशों
खासकर अंगोला, सिएरा लियोन और कांगो जैसे देशों से आते हैं। इन देशों के चरमपंथी
गुट डॉयमंड का खनन करते हैं और कारोबार को बढ़ावा देते हैं। इससे मिले पैसे का
इस्तेमाल संगठन, चुनी हुई सरकारों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए करते हैं। इन
डॉयमंड्स को कॉçन्फ्लक्ट या ब्लड डॉयमंड भी कहा जाता है।
हीरों को क्यों कहा
जाता है ब्लड डॉयमंड
इन अवैध स्टोन्स को ब्लड डॉयमंड कहे जाने का कारण इनके पीछे
होने वाला खून-खराबा है। इन डॉयमंड्स की खरीद-परोख्त के लिए हथियारों और गोला बारूद
के सहारे लाखों नागरिकों का खून बहाया जाता है। इन डॉयमंड्स को विश्व के कई डॉयमंड
मार्केट्स में ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है।
दुबई और अफ्रीकी देशों में
संपत्ति
रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार केे पास इस बात की पुख्ता जानकारी थी कि
दाऊद की बहुत सी संपत्ति दुबई और अफ्रीकी देशों में है। हालांकि ज्यादातर
संपत्तियां दाऊद की बेटी और उसके नजदीकी रिश्तेदारों के नाम से हैं।