कॉरपोरेट मामलों के पूर्व महानिदेशक बीके बंसल और उनके बेटे योगेश की खुदकुशी के बाद एक बड़ा सच सामने आया है।
नई दिल्ली। कॉरपोरेट मामलों के पूर्व महानिदेशक बीके बंसल और उनके बेटे योगेश की खुदकुशी के बाद एक बड़ा सच सामने आया है। बताया जा रहा है कि खुदकुशी करने से 4 दिन पहले बीके बंसल के बेटे योगेश बंसल ने कालेधन से जुड़ी घोषणा की थी। एक दिन पहले ही कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय के पूर्व डीजी बीके बंसल और उनके बेटे योगेश ने खुदकुशी की थी। खुदकुशी करने से पहले बीके बंसल ने चार सुसाइड नोट लिखे थे। सुसाइट नोट में उन्होंने सीबीआई पर प्रताडऩा का आरोप लगाया था।
2 करोड़ 39 लाख रुपए रुपए का कालाधन कहां से आया?
जांच में खुलासा हुआ है कि सुसाइड से पहले योगेश बंसल ने इनकम टैक्स की चल रही स्कीम के तहत 2 करोड़ 39 लाख रुपये के काले धन की घोषणा की थी। योगेश ने अपनी जो इनकम का खुलासा भी किया। इसमें 45 फीसदी टैक्स काटकर इनकम टैक्स विभाग ने उसे बाकी रकम लौटा दी। प्रॉपर्टी बिजनेस करने वाले योगेश बंसल के पास ये काला धन कहा से आया इसका खुलासा तो इनकम टैक्स विभाग को लिखी गई चि_ी में नहीं है। परिवार के दूसरे सदस्य भी मानते हैं कि योगेश प्रॉपर्टी का इतना बड़ा कारोबार नहीं करता था कि उसके पास इतना बड़ा कालाधन हो इनकम टैक्स विभाग में योगेश ने अपनी जो आय घोषित की है उसके दस्तावेज में योगेश ने अपना पैन नंबर दिखाया गया है। इससे कुल 2 करोड़ 39 लाख 16 हजार छह सौ 86 रूपए का खुलासा हुआ है। वहीं, योगेश ने कुल 1 करोड़ 76 लाख ढाई हजार रूपए के टैक्स की देनदारी दिखाई है। स्कीम के तहत कुल रकम का 55 फीसदी हिस्सा योगेश के खाते में चला जाएगा।
सुसाइड से चार दिन पहले बंसल के बेटे ने कालेधन की घोषणा की
खुदकुशी के चार दिन पहले यानी 22 सितंबर को की गई इस घोषणा में योगेश ने कहा है कि किसी कारण वश वो 2005 से 2010 तक इनकम टैक्स फाइल नहीं कर पाया। इसलिए वो अपनी आय इस स्कीम के तहत घोषित कर रहा है योगेश के पिता बीके बंसल को सीबीआई ने 9 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था और बाद में छापे में 54 लाख रूपए नकद भी बरामद किये थे। जांच एजेंसियो को शक है कि योगेश बंसल ने जो काला धन घोषित किया है कहीं न कहीं उसका संबंध उसके पिता बीके बंसल से था। जिसने स्कीम का फायदा उठाकर उसे सफेद करने की कोशिश की। बंसल और उसके पूरे परिवार की खुदकुशी के मामले को लेकर सीबीआई दबाव में है। आरोप है कि सीबीआई परिवार को प्रताड़ित कर रही थी। ऐसे में योगेश के रिटर्न फाइल ने इस मामले को नया मोड़ दे दिया है।