इस मामले में एजेंसियों की जांच जारी है। रिपोर्ट्स में करोड़ों के हेराफेरी की बात सामने आ रही है।
अहमदाबाद/जयपुर. नोटबंदी के बाद नए साल के दूसरे दिन गुजरात और राजस्थान में एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई की। अलग-अलग 13 ठिकानों पर सीबीआई ने छापा मारकर कर 3 लोगों को अरेस्ट किया। एक बैंक में गलत तरीकों से करोड़ों रुपये डिपाजिट करने की बातें भी सामने आईं। राजस्थान के जयपुर में एक जबकि सूरत (गुजरात) में 12 अलग-अलग जगहों पर सीबीआई ने रेड डाला। जांच एजेंसियों ने जिन 3 लोगों को अरेस्ट किया है उनमें एक बैंक ऑफ इंडिया का एक मैनेजर, कॉपरेटिव बैंक का एक अफसर भी शामिल है। ये कार्रवाई गुजरात के करोड़पति फाइनेंसर किशोर भजियावाला के मामले में की गई।
गलत तरीके से बैंक में डिपाजिट किए 60 करोड़ रुपये
तीनों पर गलत तरीके से नोटबंदी के बाद 60 करोड़ रुपये बैंक में डिपॉजिट करने का आरोप है। इस मामले में 2 केस दर्ज किए हैं। सीबीआई ने ये छापे खुफिया जानकारी के आधार मारे। गुजरात में किशोर भजियावाला के घर और दफ्तरों पर छापे मारे गए। यह वही भजियावाला है जिस पर नोटबंदी के बाद 1 करोड़ रुपये की करेंसी बदलने का आरोप लगा लगा था।
ये कार्रवाई सीबीआई ने नोटबंदी के बाद करेंसी की अदला-बदला के धोखाधड़ी मामले में की। गुजरात के फाइनेंसर किशोर भजियावाला के घर और दफ्तरों पर कार्रवाई हुई। नोटबंदी के बाद भजियावाला पर करोड़ों रुपये की बदलने का आरोप है। 2016 के आखिर में इनकम टैक्स विभाग ने भजियावाला के यहां कार्रवाई कर उसके करोड़ों की संपत्ति को उजागर किया था। अफसरों के मुताबिक़ उसकी संपत्ति का आंकड़ा 200 से ज्यादा और अरबों रुपये में हो सकता है।
700 खातों से पैसे करता था इधर से उधर
जांच में खुलासा हो चुका है भाजियावाला करीब 700 लोगों के खातों का इस्तेमाल कर नोटबंदी के बाद पैसे इधर से उधर कर रहा था। उसके खुद के 30 खातों का भी पता चला था। नोटबंदी के बाद सभी खातों में कैश जमा किए जाने की बात भी सामने आई थी। ज्यादातर रुपया चेक के जरिए एक बैंक से दूसरे बैंक के खाते में शिफ्ट की गई। भजियावाला सूरत का करोड़पति कारोबारी है, जो चाय-भजिया बेचकर अरबों की संपत्ति वाला फाइनेंसर बन गया।