scriptISIS की चंगुल से बचा हरजीत मसीह पंजाब में गिरफ्तार | Harjit Masih Escaped ISIS Last Year; Arrested in Immigrant Racket | Patrika News

ISIS की चंगुल से बचा हरजीत मसीह पंजाब में गिरफ्तार

Published: Mar 31, 2016 01:49:00 pm

Submitted by:

Abhishek Tiwari

हरजीत मसीह वो शख्स है जो आईएस की गोलियों से बच गया था और मोसूल में हुए भारतीयों के अपहरण का इकलौता चश्मदीद है

Harjit Masih Arrested

Harjit Masih Arrested

चंडीगढ़। आईएस के चंगुल से छुटने वाला एकमात्र भारतीय हरजीत मसीह को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मसीह पर धोखाधड़ी और इमिग्रेशन एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ है। इराक में अगवा 39 में से 9 के परिवार ने हरजीत के खिलाफ शिकायत दी है।

इन नौ परिवारों ने हरजीत के जरिए इराक जाने का आरोप लगाया है। हरजीत के फूफा राजवीर पर भी केस दर्ज हुआ है। राजवीर दुबई में रहता है। जून 2014 में इराक के मौसूल में 39 भारतीयों को आईएस ने अगवा किया था।

इराक में अगवा 39 भारतीयों का मामला और उलझ गया है। पंजाब के 9 परिवारों ने पुलिस को शिकायत दी है कि उन्होंने अपने लोगों को हरजीत मसीह के कहने पर इराक भेजा था। दुबई मे रहने वाला हरजीत का फूफा उनका ट्रैवल एजेंट था। उन लोगों ने कहा कि हरजीत खुद विदेश जाने की फिराक में है उसे रोका जाए।

हरजीत मसीह वो शख्स है जो आईएस की गोलियों से बच गया था और मोसूल में हुए भारतीयों के अपहरण का इकलौता चश्मदीद है। इन परिवारों का आरोप है कि हरजीत मसीह के कहने पर ही उन्होंने अपने लोगों को पंजाब से उतरी ईराक के मोसूल शहर भेजा था।

बटाला के सीआईए स्टाफ में मौजूद ये उन भारतीयों के परिवार हैं जिन्हें जून 2014 में आईएस ने मोसूल में अगवा किया था। ये सब आईएस के चंगुल से बचकर लौटे हरजीत मसीह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने पहुंचे हैं। इन्हें पता चला है कि मसीह फिर विदेश निकलना चाहता है। हरजीत का रिश्तेदार राजबीर उसे दुबई ले जाने की कोशिश कर रहा है। हरजीत के कहने पर राजबीर ने ही पंजाब के नौ लोगों को इराक भेजा था।

हरजीत मसीह पंजाब के गुरदासपुर का रहने वाला है। दो साल पहले 15 जून को आईएस ने मोसूल की कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करने वाले 91 मजदूरों को अगवा कर लिया था। इनमें से 51 बांगलादेश के और 40 भारतीय थे। बांगलादेश के मजदूरों को दो दिन बाद छोड़ दिया गया था जबकि भारतीयों आईएस के आतंकी अपने साथ गाड़ी में भरकर ले गए थे।

हरजीत मसीह बचने के एक साल बाद तक केन्द्रीय एजेंसियों के पास रहा। गांव लौटने के बाद भी उसने यही कहा कि 39 भारतीय अब जिंदा नहीं हैं लेकिन केन्द्र सरकार ने उसके दावा पर यकीन करने से इनकार कर दिया। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज बार बार कहती रही हैं कि अगवा भारतीय सुरक्षित हैं लेकिन उनके परिवार वाले परेशान है कि किसके बात पर यकीन करें और किसका नहीं।
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