कर्नाटक : जाने-माने लेखक की गोली मारकर हत्या
Published: Aug 30, 2015 06:00:00 pm
कलबुर्गी को 2006 में अपने लेखों पर किए गए शोधों के लिए नेशनल साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया था
धारवाड़ (कर्नाटक)। मशहूर कन्नड़ विद्वान और हंपी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एम.एम.कलबुर्गी की रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्यारे ने दिनदहाड़े उनके घर पर उन्हें गोली मारी। कलबुर्गी 77 साल के थे। धारवाड़ के पुलिस आयुक्त रवि प्रसाद ने बताया कि हमलावर ने कलबुर्गी को कल्याण नगर इलाके में स्थित उनके मकान के मुख्य दरवाजे पर बिलकुल सामने से गोली मारी।
खून से लथपथ कलबुर्गी को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रसाद ने कहा, हमने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। हमलावर की तलाश के लिए विशेष टीम बनाई गई है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और वारदात को अंजाम देकर भाग गए। धार्मिक और सामाजिक मामलों पर अपने आजाद ख्याल रखने वाले कलबुर्गी पुरालेख विशेषज्ञ थे। कन्नड़ साहित्य, खासकर वाचना साहित्य के वह विद्वान माने जाते थे।
उत्तरी कर्नाटक के विजयनगर जिले के यारागल गांव में 1938 में जन्मे कलबुर्गी कर्नाटक विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे। उन्हें साहित्य अकादमी, नुरूपातुंगा और पंपा पुरस्कारों सहित कई सम्मानों से नवाजा जा चुका था।