एनआईए अफसर डीएसपी तंजील अहमद की हत्या के मामले में पुलिस को 2 अपराधियों के बारे में जानकारी मिली
बिजनौर। एनआईए अफसर डीएसपी तंजील अहमद की हत्या के मामले में पुलिस को 2 अपराधियों के बारे में जानकारी मिल गई है। यूपी के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) दलजीत चौधरी ने कहा कि पुलिस जल्द ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी। हत्या के कारणों के विषय में जानकारी देते हुए चौधरी ने कहा कि अभी तक की तफ्तीश में तंजील की हत्या के पीछे निजी कारणों का पता चला है।
हत्या के पीछे IM-ISI के आतंकियों का हो सकता है हाथ सूत्रों की मानें तो तंजील की हत्या के पीछे इंडियन मुजाहिदीन और आईएसआईएस की भूमिका की भी जांच चल रही है। एजेंसियां इस बात की भी जांच कर रही हैं कि क्या आईएसआईएस के हैंडलर्स भारत में उनके कमांडर शफी अरमर की मदद से आईएम के स्लीपर सेल से कॉन्टैक्ट में थे। इंटेलिजेंस एजेंसियों ने वेस्टर्न यूपी के कुछ लोगों की बातचीत भी टेप की है।
यूपी पुलिस पर भी उठे सवालयूपी पुलिस के एडीजी दलजीत चौधरी ने
कहा कि पुलिस की जांच आपसी दुश्मनी की तरफ बढ़ रही है, लेकिन अभी भी आतंकी
एंगल को छोड़ा नहीं गया है। बिजनौर में तंजील अहमद की हत्या की जांच में
जुटी यूपी पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं। बिजनौर में एडीजी दलजीत चौधरी के
पहुंचने के पहले लोकल पुलिस ने 10 मिनट में ही खाली कारतूस ढूंढ़ डाले।
शादी में आए अनजान लड़कों पर शकतंजील
के भाई राकिब अहमद ने जांच अधिकारियों को बताया है कि फंक्शन के दिन बाइक
पर दो अनजान लड़के वहां आए थे। जब उनसे आने का कारण पूछा गया तो वे कुछ
स्पष्ट नहीं बता पाए। घटना के पीछे यासिन भटकल ग्रुप का हाथ होने की
संभावनाएं इसलिए जताई जा रही हैं क्योंकि तंजील ने भटकल को पकड़ने में अहम
भूमिका निभाई थी। वे बिहार में एनआईए के अहम अफसर थे।
तंजील की मौत से किसे होगा फायदा?
एजेंसियां
30 से 50,000 कॉल्स खंगाल रही हैं। पश्चिमी यूपी में करीब 24 कॉन्ट्रैक्ट
किलर की एक्टिविटीज को भी ट्रैक किया जा रहा है। यूपी और दिल्ली पुलिस के
साथ एनआईए को मिलाकर कुल चार एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं। अधिकारी
लगातार यह पता करने का प्रयास कर रहे हैं कि तंजील की मौत से आखिर किसका
फायदा किसे होगा?