एनआईए करेगी नगरोटा आतंकी हमले की जांच
Published: Dec 07, 2016 10:49:00 pm
केंद्रीय गृह मंत्रालय से निर्देश मिलने के बाद एनआईए ने दिल्ली स्थित अपने पुलिस थाने में मामला दर्ज किया
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 29 नवंबर को जम्मू एवं कश्मीर के नगरोटा में हुए आतंकी हमले के सिलसिले में बुधवार को एक मामला दर्ज किया। हमले में दो अधिकारियों सहित सात जवान शहीद हो गए थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय से निर्देश मिलने के बाद एनआईए ने दिल्ली स्थित अपने पुलिस थाने में मामला दर्ज किया। रणबीर दंड संहिता (आरपीसी) की धारा 120बी, 121 तथा 307 एवं शस्त्र अधिनियम, 1958 की धारा सात एवं 27 के तहत एक मामला दर्ज किया गया है।
इससे पहले नगरोटा पुलिस थाने में अज्ञात आतंकवादियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। आतंकवादियों ने सैन्य शिविर पर हमला किया था। एनआईए ने एक बयान में कहा, बीते 29 नवंबर को पुलिस थाने को मिली सूचना के आधार पर नगरोटा पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था। थाने को सूचना मिली थी कि भारी हथियारों से लैस अज्ञात आतंकवादी अपने विदेशी आकाओं के निर्देश पर बालिनी पुल के निकट नगरोटा के सैन्य शिविर में घुसे और जवानों की हत्या के इरादे से उन्होंने उनपर अंधाधुंध गोलीबारी की।
एनआईए अधिकारियों का एक दल घटनास्थल पर जाएगा और जांच शुरू करेगा। साथ ही वह जम्मू में एनआईए के विशेष न्यायालय में एक प्राथमिकी भी दर्ज करेगा। जम्मू स्थित नगरोटा में सैन्य शिविर पर भारी हथियारों से लैस फिदायीन हमलावरों के हमले में दो सैन्य अधिकारियों सहित सात जवान शहीद हो गए थे। तीन हमलावरों को शिविर में ही मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया, जबकि तीन अन्य आतंकवादी पाकिस्तान के साथ लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षाबलों से मुठभेड़ के दौरान मारे गए।
कश्मीर घाटी के उड़ी में भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर 18 सितंबर को हुए भीषण हमले के बाद किसी एक आतंकवादी हमले में भारतीय सेना को लगा यह सबसे बड़ा झटका था,
जिसमें सात जवान शहीद हो गए। उड़ी हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे। नगरोटा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दिए जाने की मांग करते हुए विपक्ष ने संसद में भारी हंगामा किया था।