scriptनिर्भया के दोषी किशोर का जेल में आतंकी ने किया ब्रेनवॉश | Nirbhaya case: juvenile rapist being checked for terror links in J&K | Patrika News

निर्भया के दोषी किशोर का जेल में आतंकी ने किया ब्रेनवॉश

Published: Oct 30, 2015 01:19:00 pm

रेपिस्ट किशोर और कश्मीरी युवक एक साल तक एक ही सेल में बंद थे, गृह मंत्रालय के निर्देशों के बाद किशोर की कई बार काउंसलिंग की गई

nirbhaya gangrape convict

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नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप के दोषी किशोर के एक जम्मू कश्मीर के आतंकी के संपर्क में आने का खुलासा हुआ है। इंटेलीजेंस एजेंसियां पता लगा रही है कि मामले में जांच कर रही है। रेपिस्ट किशोर और कश्मीरी युवक एक साल तक एक ही सेल में बंद थे। शक है कि कश्मीरी युवक ने किशोर को आतंकी शिक्षा दी। कश्मीरी युवक को 2011 दिल्ली हाईकोर्ट धमाके मामले में नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी ने गिरफ्तार किया था।

इस मामले में आईबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि रेपिस्ट किशोर दिसंबर 2012 में कुछ दिनों के लिए किशोर किंग्सवे कैंप में बंद था। दो-तीन महीने बाद में उसे मजनूं का टीला स्थित किशोर कल्याण घर में ट्रांसफर कर दिया गया। कश्मीरी युवक भी यहीं था। रेप के दोषी से करीबी का फायदा उठाते हुए कश्मीरी युवक ने उसका ब्रेनवॉश कर दिया और किशोर कल्याण घर से छूटने के बाद कश्मीर में जिहाद के लिए प्रेरित किया। इंटेलीजेंस अधिकारियों की नींद इस बात से भी उड़ गई है कि कि शोर ने कुछ दिन पहले कहा था कि सजा पूरी होने के बाद वह वापस घर जाने से डर रहा है।

सूत्रों के अनुसार गृह मंत्रालय के निर्देशों के बाद किशोर की कई बार काउंसलिंग की गई। दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी और आईबी निदेशक दीनेश्वर शर्मा इस बारे में गृह मंत्रालय को जल्द ही जानकारी देंगे। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने जुलाई में पीएम मोदी को पत्र लिखकर बताया था कि रेपिस्ट किशोर जिहादी बन चु का है और इसके लिए जांच करनी चाहिए। स्वामी ने साथ ही कहा था कि भारतीय कानून में कई ऎसे प्रावधान है जिनके तहत उसे तीन साल के बाद भी हिरासत में रखा जा सकता है।

स्वामी का पत्र मिलने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने गृह मंत्रालय को मामले की जांच के लिए कहा था। गृह मंत्रालय ने अपने नोट में कहा था कि दोनों को साथ रखने के पीछे कोई साजिश थी या फिर यह सब अचानक हो गया, इसकी जांच की जानी चाहिए। कश्मीरी युवक के बारे में नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी ने बताया था कि दिल्ली हाईकोर्ट में ब्लास्ट के बाद इसने मीडिया हाउस को ईमेल भेजकर धमाकों की जिम्मेदारी ली थी। इन धमाकों में 15 लोग मारे गए थे और 79 घायल हो गए थे। 

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