यमुनानगर। दुष्कर्म करने वालों को जहां एक तरफ फांसी देने की मांग की जाती है और सरकार से उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जाती है वहीं हरियाणा में एक दुष्कर्म आरोपी को मात्र पांच जूते मारकर छोड़ दिया गया।
हरियाणा के भगवानपुर गांव के एक युवक पर उसी गांव की एक 25 वर्षीय लड़की ने दुष्कर्म करने का आरोप लगाया। इस मामले पर जब 28 मार्च को पंचायत बैठी तो गांव के सरपंचों ने बेहद ही चौकाने वाला फैसला सुनाया। सरपंचों ने दुष्कर्म करने वाले को पांच जूते मारने की सजा सुनाई और मामले को रफा-दफा करने को कहा।
जब पीड़िता और उसके परिजनों ने इस फैसले पर सवाल उठाए तो सरपंच ने कहा कि यह फैसला सरपंच ने लड़के की भविष्य को देखते हुए लिया गया है। पीड़िता के परिजनों ने कहा कि फैसला सुनाने से पहले लड़की के भविष्य का भी ख्याल रखा जाना चाहिए था। लेकिन पंचायत ने पीड़िता के बारे में कोई ख्याल नहीं रखा।
पुलिस ने जब इस फैसले के बारे में पूछताछ की गई तो पुलिस ने कहा कि कि उन्हें मामले की शिकायत मिली थी, लेकिन दोनों पक्षों में समझौता होने के कारण पुलिस कुछ भी नहीं कर सकती है।
खबर मिलने के बाद जब मीडिया ने इस पर पहल की तो पुलिस और सरपंच इसे झगड़े का मामला बताने लगे। वहीं, गांव के कुछ लोगों ने जहा दबी जुबान में दुष्कर्म की पुष्टि की। गांव और पीड़िता के परिवार वाले पंचायत द्वारा जारी फरमान के डर से पूर्ण रूप से इस बात की पुष्टि करने में आनाकानी करते नजर आए। पंचायत ने इस फरमान जारी किया है कि इस मसले पर किसी से भी कुछ न कहा जाए।
Home / Crime / यह कैसा फैसला! दुष्कर्मी को सिर्फ पांच जूते मारने की सजा