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पालतू कुत्ते की मौत से दुखी छात्र ने आत्महत्या की

Published: Jan 11, 2017 06:30:00 pm

अपने सुसाइड नोट में राघव ने अपने अभिभावकों से आत्महत्या के लिए माफी मांगी है

Suicide

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पुणे। छत्तीसगढ़ के रहने वाले प्रबंधन के एक 22 वर्षीय छात्र ने अपने पालतू कुत्ते की मौत से दुखी होकर आत्महत्या कर ली। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह घटना सोमवार रात 8.30 बजे की है, जब कंवर हर्षवर्धन राघव ने हडाप्सर के रक्षानगर इलाके में स्थित ठक्कर एन्क्लेव में छठी मंजिल पर अपने एक रिश्तेदार के घर से कूदकर आत्महत्या कर ली।

कंक्रीट के फर्श पर गिरे राघव के शरीर से काफी खून बह रहा था। स्थानीय निवासियों ने उसे पास के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सेना के अधिकारियों के परिवार से ताल्लुक रखने वाले राघव की डायरी से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ। इस नोट में उसने लिखा है कि अपने पालतू कुत्ते सिस्का के आठ माह पहले गुजर
जाने के कारण वह बेहद दुखी था।

राघव पिछले कुछ साल से पुणे में रह रहा था और सिंबायोसिस ग्रुप ऑफ कॉलेज में प्रबंधन का पहले वर्ष का छात्र था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विष्णु पवार का कहना है कि अपने सुसाइड नोट में राघव ने अपने अभिभावकों से आत्महत्या के लिए माफी मांगी है। इसमें राघव ने कहा है कि उसकी आत्महत्या के लिए कोई भी जिम्मेदार नहीं है।

इस सुसाइड नोट में राघव ने यह भी बताया कि वह किस प्रकार आठ माह पहले मरे अपने पालतू कुत्ते की मौत से दुखी था। वह इस दर्द को सह नहीं पा रहा था और इसीलिए उसने आत्महत्या करने का फैसला किया। राघव के शव को मंगलवार को उसके परिजनों को सौंप दिया गया और उसी दिन शाम को उसका अंतिम संस्कार किया गया।


ड्यूटी के दौरान आरपीएफ सिपाही ने गोली मारकर की खुदकुशी
कानपुर। गोविन्द नगर थाना अंतर्गत मंगलवार की सुबह ड्यूटी के दौरान एक आरपीएफ जवान ने सर्विस राइफल से गोली मारकर सुसाइड कर लिया। सूचना पर पहुंची आरपीएफ ने उसे लेकर हॉस्पिटल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच शुरू कर दी।

डेरापुर निवासी रामबाबू आरपीएफ गोविन्द नगर स्टेशन में तैनात था। सिपाही का दिमागी संतुलन कुछ दिनों खराब बताया जा रहा है। रामबाबू ड्यूटी के लिए गोविन्द नगर पर निकला, जहां पर उसने खुद की सर्विस राइफल से गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर वहां पर मौजूद आरपीएफ और जीआरपी के जवान मौके पर पहुंचे। आरपीएफ अधिकारी चंदन सिंह के मुताबिक हर रोज की तरह रामबाबू अपने साथियों के साथ सुरक्षा के लिए गश्त के लिए निकला था। इसी दौरान वह बैठ गया और पैर से ट्रिगर दबाकर गोली मार ली। चंदन सिह ने बताया कि प्रथम दृष्ठता मामला समाने जो आया है उसके मुताबिक सिपाही कई दिनों से अकेले गुमशुम रहता था। मामले की जांच कराई जा रही है। इसके बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।

पत्नी का आरोप पति ने नहीं किया सुसाइड


मृतक सिपाही की पत्नी रेनू ने बताया कि उसकी अपने पति से सोमवार की सुबह फोन पर बात हुई थी। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि रविवार को घर आने के लिए कहा था। बातचीत के दौरान वह हंसकर और बच्चों के हालचाल भी लिया था। रेनू का आरोप है कि पति ने खुदकुशी नहीं कर सकते। फोर्स में कुछ जरूर गड़बड़़ चल रही है। पति की मौत की जांच होनी चाहिए। पत्नी ने कहा हमारे तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं।

रेलमंत्री कराएं भाई के मौत की जांच

मृतक सिपाही के छोटे भाई श्याम बाबू ने बताया कि वह कुछ दिन पहले घर से आए थे। वह किसी भी तरह से बीमार नहीं थे। भाई सुसाइड नहीं कर सकते। श्यामबाबू ने रेल मंत्री से पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। आरपीएफ में जवानों के साथ अधिकारी मानसिक शोषण करते हैं। आरपीएफ अधिकारी अघिकतर अवकाश मांगने पर जवानों को नहीं देते।

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