अभियोजन व बचाव पक्ष के वकील अदालत में मौजूद थे, जबकि खन्ना व राय वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेश हुए। इंद्राणी अदालत में मौजूद नहीं थीं, क्योंकि अचानक बीमार होने के कारण वे फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं। निर्धारित से अधिक मात्रा में दवा लेने के कारण उन्हें शुक्रवार को सर जे.जे.अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इस घटना की स्वतंत्र व निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने जांच का जिम्मा पिछले महीने मुंबई पुलिस से लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया था।
उल्लेखनीय है कि शीना बोरा की हत्या कथित तौर पर इंद्राणी, खन्ना व राय द्वारा 24 अप्रैल, 2012 को कर दी गई थी और साक्ष्य छिपाने के लिए उसके अधजले शव को रायगढ़ जिले में जंगल में ठिकाने लगा दिया था। आरोपियों को मुंबई व कोलकाता से सितंबर में गिरफ्तार किया गया था।