एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार रिपोर्ट में इन अधिकारियों के बारे में बताया गया है कि इन्होंने एक महिला से सेक्स चैट के बदले आर्मी यूनिट्स की लोकेशन से संबंधित जानकारियां साझा की हैं। इन अफसरों ने न केवल अपनी पहचान बताई बल्कि सेना की जानकारियां दी। यह जानकारी भारतीय मूल की महिला को दी गई है। चैटिंग के दौरान महिला ने अफसरों से आर्मी यूनिट की जानकारी पूछी थी।
जिन अफसरों को दोषी पाया गया है कि उनमें से कर्नल रैंक के एक अधिकारी की तैनाती मध्य प्रदेश के महू स्थित आर्मी वॉर कॉलेज में है। वहीं मेजर की तैनाती राजपूत रेजिमेंट की सेकंड बटालियन में है। मामले में तीसरे अफसर की तैनाती बतौर लेफ्टिनेंट राजपूत रेजिमेंट की ही थर्ड बटालियन के आर्मी ऑर्डिनेंस कॉप्र्स में है। निदेशालय की शुरूआती जांच में इन तीनों अधिकारियों द्वारा फेसबुक के माध्यम से ऑर्डर ऑफ बैटल की जानकारी दिए जाने की बात सामने आई है।
इंटेलिजेंस ने कहाकि तीनों ने ऑफिस में कामकाज के दौरान यह जानकारी लीक की। इस संबंध में सभी कमान्ड हेड क्वॉर्टर्स, सामरिक बल कमान्ड और इंटिग्रेटेड डिफेंस स्टाफ को 11 नवंबर को चिट्ठी भेजी थी। इसमें कहा गया है कि एक ओर जहां इससे सुरक्षा का खतरा है वहीं ये सेवा नियमों का उल्लंघन है।