दमोह. जिले में बारिश के इन दिनों में सर्पदंश की घटनाओं में तेजी से बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। वहीं सर्पदंश के मामलों में एक और खासबात यह सामने आ रही है कि सर्पदंश की घटना के बाद पीडि़त को सीधा अस्पताल न ले जाकर झाडफ़ूक के लिए ले जाया जाता है और इस दौरान समय की बर्बादी के चलते पीडि़त की मौत हो जाती है। ऐसा ही एक मामला क्षेत्र का गुरूवार को सामने आया है।
हटा थाना अंतर्गत लुहारी के समीप ग्राम लुहर्रा मे 40 वर्षीय कुंती बाई पति सरदार सिंह लोधी को बुधवार सुबह 10 बजे के खेत में टपरिया में कार्य करने के दौरान वह सर्पदंश का शिकार हो गई थी। इसके बाद परिजन महिला को ग्राम के ही एक ओझा के पास ले गए थे। लेकिन जब यहां हालत ठीक नहीं हुई तो परिजन 15 किलोमीटर दूर हटा में स्थित सिविल अस्पताल ले जाने की बजाय सवा सौ किलोमीटर दूर टीकमगढ़ जिले के एक दैविक स्थान पर ले गए, यहां पहं़ुचने पर करीब दो घंटे तक झाडफ़ूक का दौर चलता रहा। सुबह करीब 05 बजे महिला की मौत हो गई। घटना के बाद परिजन शव को हटा लाए। हटा पहुंचने पर महिला के शव का पोस्टमार्टम कराया गया व पुलिस ने मामले में मर्ग कायम किया।
इस प्रकार की घटनाएं अंधविश्वास की वजह से घटित होने की बात सामने आ रही है।