दमोह। यूजीसी की नैक आगामी माह के पहले सप्ताह की केएन गल्र्स कॉलेज का मूल्यांकन करने दमोह पहुंचने वाली है। नैक टीम यहां तीन दिन तक रुकेगी, जो विभिन्न बिंदुओं पर कॉलेज का रिपोर्टकार्ड बनाएगी और उच्च कार्यालय में प्रस्तुत करेगी। इसके बाद तय किया गया ग्रेड कॉलेज का भविष्य तय करेगा।
नैक टीम के आने के पहले की कॉलेज कैम्पस में इन दिनों अलग-अलग कार्य कराए जा रहे है। जहां कॉलेज बिल्डिंग की रंगाई-पुताई हो रही है, वहीं नवीनीकरण के कारण भी मुख्यद्वार, गॉर्डरूम से लेकर कार्यालयों तक में किया जा रहा है। इसके अलावा कॉलेज के लैब, छात्रावास, मैदान, मार्ग, कक्षाओं की स्थिति सुधारने सहित अन्य कार्य भी काफी दिनों से प्रगतिरत है। कॉलेज स्टॉफ सहित अन्य भी इन कार्यों में इन दिनों अध्यापन कार्य से अधिक दिलचस्पी दिखा रहे है। कॉलेज को बेहतर दिखाने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
जानकारी के अनुसार नेक की टीम कॉलेज का निरीक्षण करने 6 अक्टूबर को दमोह पहुंच सकती है। जो 8 अक्टूबर तक कॉलेज के मिनट टू मिनट मूल्यांकन करेगी। इस दौरान बाहरी व्यक्तियों को प्रवेश भी निषेध रहेगा। कॉलेज के मूल्यांकन की रिपोर्ट के बाद अगर ग्रेड ए मिलता है तो कॉलेज में विकास के लिए फंड के अलावा सुबिधाओं में भी इजाफा होगा। हालांकि, बी ग्रेड भी कॉलेज को विकास की ओर ही ले जाएगा, क्योंकि मौजूदा समय में यह सी ग्रेड में संचालित है। विदित हो कि पिछले वर्ष नेक टीम ने पीजी कॉलेज का निरीक्षण किया था।
इन पर रहेगी टीम की पैनी नजर
नेक की टीम अपने तीन दिवसीय निरीक्षण के दौरान प्रमुख सात बिंदुओं पर पैनी नजर रखेगी। जो विभागीय भाषा में अलग-अलग रहेंगे। हालांकि, टीम की पैनी नजर प्राचार्य कक्ष, ऑड्टिस, लेखापाल, कप्यूटर कक्ष, स्टॉफ रूम, शैक्षणिक गतिविधियों, रिजल्ट, प्राध्यापकों की योग्यता, कमी, शोध पत्रों का प्रकाशन, कॉलेज की उपलब्धियां, कमियां, खेल, ग्रंथालय, केंटीन, प्रयोगशाला, छात्रावास सहित अन्य गतिविधियों पर विशेष नजर होगी। नेक टीम निरीक्षण के दौरान लिस्टेड प्राध्यापकों के साथ रहकर पूरी जानकारी एक-एक बिंदु पर एकत्रित करेगी।
..तो कॉलेज का और होगा विकास
कॉलेज प्राचार्य केपी अहिरवार ने बताया कि टीम के निरीक्षण के पहले व्यवस्थाओं का दुरस्त किया जा रहा है। निश्चित ही ग्रेड में सुधार होने की उम्मीद है। क्योंकि, पहले निरीक्षण के समय छात्राओं की संख्या भी डबल हुई है, जबकि सुबिधाओं में भी इजाफा हुआ है। इस समय अधोसंरचना व्यवस्थाओं में आधुनिक तकनीक से लैबों का विकास किया जा रहा है। केंटीन व छात्रावास का संचालन में सुधार किया जा रहा है, लाइब्रेरी व कम्प्यूटर लैब व कार्यालय में भी रिनोवेशन के कार्य किए गए है। प्रयोगाशाला उन्नयन किया गया है। ग्रेड मिलने पर जो राशि मिलेगी उससे कॉलेज की दशा ही बदल जाएगी।