दमोह। समान वेतन, समान कार्य और शिक्षा विभाग में संवीलियन जैसी महत्वपूर्ण मांगों को लेकर रविवार की दोपहर जिले भर के अध्यापक सड़कों पर हुंकार भरते नजर आए। अध्यापकों के विभिन्न संगठनों को मिलाकर बनी अध्यापक संघर्ष समिति के एक हजार से अधिक अध्यापक विरोध व्यक्त करती तिरंगा यात्रा में शामिल हुए।
अध्यापक संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित तिरंगा यात्रा के तहत रविवार की दोपहर सभी अध्यापक शिक्षक सदन में एकत्रित हुए। जहां समिति के पदाधिकारियों के वक्तव्य के बाद इंकलाब जिंदाबाद के नारों के साथ तिरंगा यात्रा शुरू हुई। जिसमें अधिकांश अध्यापक हाथों में तिरंगा झंडा थामें हुए शामिल हुए। यात्रा शिक्षक सदन से किल्लाई नाका, तीन गुल्ली, स्टेशन चौराहा, घंटाघर, अंबेडकर चौराहा, बैंक चौराहा, बस स्टैंड होते हुए वापस शिक्षक सदन पहुंची। इस दौरान अध्यापक पूरी यात्रा के दौरान जमकर नारेबाजी और अपनी मांगों को लेकर आवाज बुंलद करते नजर आए। सड़कों पर तिरंगा लेकर प्रदर्शन कर रहे अध्यापकों की लंबी रैली को देख लोग भी इसकी जानकारी लेते नजर आए।
पूरे जोश खरोश और एकता का परिचय देते हुए निकली इस तिरंगा यात्रा में जिले भर के अध्यापक शामिल हुए। यह आयोजन अध्यापक संघर्ष समिति के प्रदेशव्यापी आह्वान पर अध्यापकों की लंबित मांगों सामान कार्य, समान वेतन, स्थान्तरण, बीमा, पेशन जैसी प्रमुख मांगों को लेकर किया गया।
यात्रा के अंत में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया। अध्यापक संघर्ष समिति के पदाधिकरियों ने बताया कि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान द्वारा 25 दिसंबर 2015 को अध्यापक को दिए गए 1 जनवरी 2016 से छटवे वेतन का आदेश आज तक नहीं हो सका। इस बात पर सभी अध्यापक संघों ने एकजुट होकर सरकार की वादा खिलाफी को जम कर कोसा।
इस प्रदर्शन के दौरान बृजेश शर्मा, मनोहर दुबे, आरिफ अंजुम, देवेंद्र ठाकुर, गगन कनोजे, मुकेश सराफ, नीरज पांडे, अजेंद्र सिंह, महेंद्र पांडे, हिमाशु , कामता शुक्ला, अमरनाथ अहिरवाल, डीपी जाटव, विष्णु शर्मा, शरद मिश्रा, सुजीत ठाकुर, रेनू गुप्ता, सीमा अग्निहोत्री सहित अन्य की मौजूदगी रही।