scriptडीएमसीएच में बिचौलियों का कब्जा, मरीज होते हैं परेशान | DMCH possession of intermediaries, patient upset | Patrika News

डीएमसीएच में बिचौलियों का कब्जा, मरीज होते हैं परेशान

locationदरभंगाPublished: Jan 12, 2017 03:40:00 pm

दरभंगा। डीएमसीएच में अब भी बिचौलियों का कब्जा होने लगा है। डीएमसीएच में बीते हफ्ते हुई दुष्कर्म की घटना के बाद प्रशासन की गाड़ी परिसर में लगातार राउंड दे रही है। इस कारण अधिकतर अवैध कर्मी व बिचौलिये अस्पताल परिसर में नजर नहीं आ रहे हैं, लेकिन ऑर्थो व गायनिकी में मंगलवार को भी दो […]

DMCH

DMCH

दरभंगा। डीएमसीएच में अब भी बिचौलियों का कब्जा होने लगा है। डीएमसीएच में बीते हफ्ते हुई दुष्कर्म की घटना के बाद प्रशासन की गाड़ी परिसर में लगातार राउंड दे रही है। इस कारण अधिकतर अवैध कर्मी व बिचौलिये अस्पताल परिसर में नजर नहीं आ रहे हैं, लेकिन ऑर्थो व गायनिकी में मंगलवार को भी दो बिचौलिये खुलेआम घूमते नजर आए।

सूत्र बताते हैं कि ऑर्थो विभाग में मुखिया को डॉक्टरों का सहयोग प्राप्त है। वहीं गायनिकी वार्ड में चंदन अपना कब्जा कायम किए हुए है। चंदन अस्पताल के एक कर्मी का पुत्र है, जिसके कारण उसकी वहां पर धौंस चलती है। अस्पतालकर्मी भी चंदन के 
किसी काम में अड़ंगा लगाने की हिम्मत नहीं करते हैं।

अस्पताल प्रशासन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता, इससे बिचौलियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। गैनिक वार्ड में चंदन मंलगवार को भी मरीजों को जन्म प्रमाणपत्र देने व जननी बाल सुरक्षा योजना का लाभ दिलाने के लिए बेखौफ वसूली करता पाया गया। मुखिया का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि आज भी वह वार्ड में बेरोकटोक अपना धंधा चला रहा है।

कई मरीजों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि पैसे देने से उनका काम आसानी से हो जाएगा। सूत्र बताते हैं कि सांख्यिकी विभाग के कर्मी के एक बिचौलिये से चंदन का तार जुड़ा हुआ है। चंदन उसी के माध्यम से मरीजों का जन्म प्रमाणपत्र बनवाता है।

जानकारी के अनुसार ऑर्थो वार्ड में जिन मरीजों के टूटे अंगों में नेल और रॉड लगाने की जरूरी होती है, उनको डीएमसीएच में उपलब्घ उपकरण फिट नहीं बैठता है? ओटी में मरीजों को समझाया जाता है कि यहां का उपकरण अच्छा नहीं है। इस कारण मरीज बाहर से उपकरण मंगवाने पर विवश होते हैं।

मरीजों को मुखिया का मोबाइल नंबर दे दिया जाता है। मुखिया द्वारा दिए गए नेल व रॉड डीएमसीएच के ओटी में मरीजों को फिट बैठ जाता है? बता दें कि इसको लेकर कई बार मरीजों ने शिकायत भी की, लेकिन मरीजों की शिकायत पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो