नई दिल्ली. पहले चरण में आशा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं करने वाली केंद्रीय वित्त मंत्रालय की सॉवरिन गोल्ड बांड (एसजीबी) योजना पांचवें चरण में सरकार के लिए धन जुटाने में मददगार साबित होने लगी है। वित्त मंत्रालय के अनुमान के मुताबिक, एसजीबी योजना की पांचवीं श्रृंखला से जुटाई गई धनराशि के 820 करोड़ रुपए से भी अधिक हो सकती है। यह राशि 2 लाख से भी ज्यादा आवेदकों ने करीब 2.37 टन सोने के बराबर के मूल्य बांड के लिए सरकार को चुकाए हैं।
मंत्रालय के मुताबिक, इस संख्या के और बढऩे की उम्मीद है, क्योंकि अंतिम दिन बड़ी संख्या में प्राप्त आवेदनों को अब भी अपलोड किया जाना बाकी है। सॉवरिन गोल्ड बांड योजना की पांचवीं श्रृंखला 1 सितंबर से लेकर 9 सितंबर तक खुली थी।
245 करोड़ के बांड स्टेट बैंक ने बेचे
सॉवरिन गोल्ड बांड स्कीम में सबसे बड़ा योगदान भारतीय स्टेट बैंक ने दिया है। स्टेट बैंक ने कुल 245 करोड़ रुपए के गोल्ड बांड बेचे हैं। वहीं, 56 करोड़ रुपए के गोल्ड बांड बेचकर बैंक ऑफ इंडिया दूसरे स्थान पर रहा। वहीं, डाकघरों ने 22 हजार आवेदकों को आकर्षित किया।
दिवाली से पहले एक और श्रृंखला
वित्त मंत्रालय के मुताबिक, सॉवरिन गोल्ड बांड योजना की अगली श्रृंखला दिवाली से पहले अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में पेश की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, इस श्रृंखला में कुछ अतिरिक्त सुविधाएं वित्त मंत्रालय दे सकता है।