देवरिया. कलेक्ट्रेट परिसर में गुरूवार को अजीबोगरीब मामला देखने को मिला। एक महिला अपनी शादी कराने के लिये कलेक्ट्रेट परिसर में आमरण अनशन पर बैठ गई। महिला चन्द रोज पहले बारात के साथ कथित ससुराल भी गयी थी।
अनशन पर बैठी महिला सुलोचना ने बताया कि वह अपने बच्चों के साथ अपने माता पिता के घर पर रहती है। उसने आरोप लगाते हुये कहा कि वर्ष 2013 में मेरे भाई का साला चकरा उपाध्याय निवासी बृजेश गुप्ता ने मुझसे शादी का झांसा देकर और भलुअनी कस्बे में किराये का कमरा लेकर दो तीन बर्ष तक हमारे साथ रहा। लेकिन इस बीज बृजेश ने हमें धोखा देकर अपनी शादी किसी अन्य जगह करना चाह रहा था।
सुलोचना ने बताया कि शादी की जानकारी के बाद मैंने इस शादी का विरोध किया और इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक को दिया। लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं किया गया है। जिससे मजबूर होकर यहां आमरण अनशन को मजबूर हो गई हूं। उसने जिला और पुलिस प्रशासन से मांग किया है कि हमारी शादी बृजेश गुप्ता से करवायी जाय।
बता दें कि सुलोचना 22 जून को गाजे बाजे के साथ अपनी बारात लेकर अपने प्रेमी बृजेश गुप्ता के गांव बरहज क्षेत्र के चकरा उपाध्याय गई थी। जहां उसे गांव वासियों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा था और बारात पर पत्थर फेंकने के साथ सुलोचना सहित बारातियों के साथ धक्का मुक्की भी हुई थी। पुलिस काफी मश्क्कत के बाद लोगों को शांत करा पायी थी। पुलिस बारात पर हमला व मारपीट का मुकदमा भी गांववासियों पर दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। बताया जाता है सुलोचना की शादी सलेमपुर क्षेत्र के मझौली राज में एक युवक से हुई थी और उस शादी से उसके बच्चें भी है लेकिन पति से मनमुटाव के कारण वह अपने बच्चों के साथ अपने मायके में रहती है ।