नकदी के फेर में अटकी बोवनी
धारPublished: Nov 30, 2016 12:22:00 am
व्यापार सहित खेती, किसानी का काम भी प्रभावित हो रहा
धार. इस माह की आठ तारीख को बड़े नोट बंद होने के बाद व्यापार-व्यवसाय सहित खेती, किसानी का काम भी प्रभावित हो रहा है, क्योकि इस समय किसानों के पास खाद-बीज खरीदने के लिए नगद राशि नहीं है। तो इसका सीधा असर बोवनी की स्थिति पर पड़ रहा है। नोट बंद होने के बाद किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। क्योंकि खाद-बीज की दुकानों पर पुराने नोटों को नहीं लिया जा रहा था। ऐसे में बोवनी का काम धीमा हो गया। कई स्थानों पर किसानों ने पलेवा कर एक सप्ताह पहले ही कर लिया था। जिले में करीब 2 लाख 55 हजार 100 हैक्टेयर रकबे में बोवनी हुई है, जबकि पिछले वर्ष नवंबर माह तक 80 प्रतिशत बोवनी का कार्य पूरा हो चुका था। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष नोटबंदी से किसानों के पास खाद-बीज खरीदने की व्यवस्था नहीं है।
71 प्रतिशत बोवनी
जिले में अभी तक करीब 71 प्रतिशत की बोवनी किसानों ने कर दी है। जिले में 3 लाख 55 हजार 400 का लक्ष्य बोवनी का रखा है। वहीं अभी तक जिले में 2 लाख 55 हजार 100 हेक्टेयर पर किसानों ने बोवनी कर दी है। जिले में अभी तक गेहूं की 1 लाख 30 हजार 300 हैक्टेयर, चना की 1 लाख 1 हजार 200, मटर 3 हजार 9 सौ 70, मसूर 170 और मक्का 8200 हैक्टर पर किसानों ने बोवनी कर दी है।