महिला कलाकारों की जुगलबंदी ने किया मुग्ध
तीन दिवसीय पद्मश्री स्मृति फड़के संगीत समारोह के दूसरे दिन महिला वादकों की शानदार जुगलबंदी
धार. सितार पर सरपट दौड़ती अंगुलियां और उनसे झनकृत होता सुरों का माधुर्य। कभी तबले के साथ जुगलबंदी तो कभी शास्त्रीय परंपरा के साथ लोक संगीत का संयोजन। ऐसा ही कुछ दिलचस्प आयोजन शनिवार की रात स्थानीय सेंट टेरेसा स्कूल में सुनने को मिला।
तीन दिवसीय पद्मश्री स्मृति फड़के संगीत समारोह के दूसरे दिन सितार, हारमोनियम, तबला, संतूर, पखावज की जुगल बंदी देखने को मिली। शहर में पहली बार पांच महिला वादकों की जुगल बंदी देखकर दर्शकों जमकर आनंद लिया। चार दीवारी के बीच संगीत की गूंज एक अलग ही माहौल बना रही थी। मंच पर कलाकारों ने जैसे ही सुर संभाले तो पूरे परिसर में मानों खुशी की लहर सी उठ गई हो। सितार पर स्मिता वाजपेयी, हारमोनियम पर रचना शर्मा, तबले पर शालिनी सक्सेना, पखावज पर अनुजा बोरूड़े और संतुर पर श्रुति अधिकारी की जुंगल बंदी ने ऐसा माहौल बनाया कि दर्शक भी अपनी सीट से नहीं उठे। इसके अलावा यहां पर स्थानीय कलाकर रतनसिंह की मटकी वादक भी देखने लायक था। इस अवसर पर संयोजक डॉ. दीपेंद्र शर्मा सहित अन्य सदस्यगण मौजूद थे।