धर्म-कर्म

आज इन कार्यों के लिए बन रहे हैं अशुभ मुहूर्त, भूल से भी न करें

द्वितीया भद्रा संज्ञक तिथि प्रात: 9.58 तक, तदुपरान्त तृतीया जया संज्ञक तिथि रहेगी

Jul 25, 2017 / 09:30 am

सुनील शर्मा

aaj ki kundli

द्वितीया भद्रा संज्ञक तिथि प्रात: 9.58 तक, तदुपरान्त तृतीया जया संज्ञक तिथि रहेगी। द्वितीया तिथि में राजकीय कार्य, विवाहादि मांगलिक कार्य, वास्तु, अलंकार, यज्ञोपवीत व प्रतिष्ठादिक कार्य करने योग्य हैं। तृतीया तिथि में अन्नप्राशन, गानविद्या, सीमन्त कर्म, चित्रकारी और द्वितीया तिथि में कथित कार्य प्रशस्त हैं।

नक्षत्र: अश्लेषा ‘तीक्ष्ण व अधोमुख’ संज्ञक नक्षत्र प्रात: 6.00 बजे तक, इसके बाद मघा ‘उग्र व अधोमुख’ संज्ञक नक्षत्र अन्तरात्रि 4.52 तक, तदन्तर पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा। अश्लेषा व मघा दोनों ही गण्डांत मूल संज्ञक नक्षत्र है। इन नक्षत्रों में जन्मे जातकों की 27 दिन बाद जब पुनरावृत्ति हो उस दिन शांति करा देनी चाहिए।

योग:
व्यतिपात नामक अत्यन्त बाधाकारक योग सायं 7.33 तक, इसके बाद वरियान नामक नैसर्गिक शुभ योग है। व्यतिपात योग की समस्त घटियां सदैव शुभ व मांगलिक कार्यों में त्याज्य है।

विशिष्ट योग: सर्वार्थ सिद्धि नामक शुभ योग सूर्योदय से प्रात: 6.00 बजे तक तथा दोष समूह रवियोग नामक शुभ योग व राजयोग नामक शुभयोग अन्तरात्रि 4.52 से। करण: कौलव नामकरण प्रात: 9.58 तक, तदन्तर तैतिलादि करण हैं।

शुभ विक्रम संवत् : 2074
संवत्सर का नाम : साधारण
शाके संवत् : 1939
हिजरी संवत् : 1438, मु.मास: जिल्काद-1
अयन : दक्षिणायन
ऋतु : वर्षा
मास : श्रावण। पक्ष – शुक्ल।

शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज विवाह (द्विगर्तप्रदेशीय) का मघा नक्षत्र में यथा आवश्यक शुभ मुहूर्त है।

श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज प्रात: 9.12 से दोपहर बाद 2.14 तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत तथा अपराह्न 3.54 से सायं 7.35 तक शुभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 12.06 से दोपहर 1.00 बजे तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त हैं, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।

व्रतोत्सव:
सिंजारा (तीज का), मंगला गौरी पूजा, व्यतिपात पुण्यं तथा जिल्काद मु. मास 11वां प्रारम्भ। चन्द्रमा: चन्द्रमा प्रात: 6.00 बजे तक कर्क राशि में, इसके बाद सिंह राशि में रहेगा। दिशाशूल: मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चन्द्र स्थिति के अनुसार आज पूर्व दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है। राहुकाल: अपराह्न 3.00 से सायं 4.30 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासम्भव वर्जित रखना हितकर है।

आज जन्म लेने वाले बच्चे
आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (डो, म, मी, मू, मे, मो) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। प्रात: 6.00 बजे तक जन्मे जातकों की जन्म राशि कर्क तदुपरान्त जन्मे जातकों की राशि सिंह है। सभी का जन्म रजत पाद से हुआ है। सामान्यत: ये जातक कुछ अल्पधनी, साधु-संतों की सेवा करने वाले, माता-पिता की सवा करने वाले, परिश्रमी, अत्यंत साहसी और विपरीत लिंगियों में आसक्ती रखने वाले होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग 25 वर्ष की आयु तक होता है। कर्क राशि वाले जातकों को आज कुछ अवरोधों से गुजरना पड़ सकता है।

Home / Astrology and Spirituality / Dharma Karma / आज इन कार्यों के लिए बन रहे हैं अशुभ मुहूर्त, भूल से भी न करें

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.