विज्ञान भले ही भूकंप और अन्य प्राकृतिक आपदाओं का पूर्वानुमान नहीं लगा सके परन्तु
मेदिनी ज्योतिष के सहारे काफी हद तक प्राकृतिक आपदाओं का न केवल सटीक अनुमान लगाया जा सकता है वरन उसे बचने के उपाय भी किए जा सकते हैं।
भारतीय ज्योतिष को कई भागों में बांटा गया है। सभी भाग अलग अलग गणनाओं में काम आते हैं। इन्हीं में एक है मेदिनी ज्योतिष।
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इस चित्र से जानिए, कैसा है आपका भविष्यमेदिनी ज्योतिष किसी व्यक्ति विशेष का भूत, भविष्य और वर्तमान देखने में काम नहीं आता वरन इसे किसी बड़े भूभाग, देश अथवा दुनिया का भविष्य जानने के लिए काम में लिया जाता है। इसके आधारभूत सिद्धांत प्रचलित पारंपरिक ज्योतिष के ही समान है परन्तु इसमें ग्रहों की गणना से देश-विदेश का भाग्य जाना जाता है।
कैसे देखते हैं राष्ट्रों का भविष्यइसमें भी जन्मकुंडली की ही तरह एक कुंडली बनाई जाती है जिससे सभी ग्रहों को अलग-अलग विभाग दिए जाते हैं, यथा सूर्य देश के राजा/ प्रधानमंत्री/ राष्ट्रपति, न्यायाधीश अथवा सर्वोच्च शासक का प्रतिनिधित्व करता है। इसी तरह चन्द्रमा उस देश में रहने वाली स्त्रियों तथा आम जनता की दशा बताता है। मंगल से देश में रहने वाले सैन्यकर्मी, पुलिसकर्मी, डॉक्टर तथा अन्य आपदाओं का अनुमान लगाया जाता है। बुध से मीडिया, मीडिया से जुडे व्यक्तियों तथा बौदि्धक कार्य करने वालों का भविष्य जाना जाता है जबकि गुरू से धार्मिक नेताओं, न्यायाधीशों, वकीलों, उद्योगपतियों, बैंकों तथा धर्म से जुड़े मुद्दों का भाग्य बांचा जाता है।
कुंडली के 12 घरों से पता लगता है क्या होगा देश मेंहर कुंडली की तरह इस कुंडली में भी 12 घर (भाव) होते हैं। हर घर से अलग-अलग चीजों तथा घटनाओं का पता लगता है यथाः