शास्त्रों में जन्माष्टमी के लिए कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं जिन्हें आजमाने से असंभव काम भी संभव हो जाते हैं
शास्त्रों में जन्माष्टमी के लिए कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं जिन्हें आजमाने से असंभव काम भी संभव हो जाते हैं। आप भी नीचे दिए उपायों को अपनी आवश्यकतानुसार आजमा कर कार्य सफल कर सकते हैं-
(1)
जन्माष्टमी पर रात को भगवान कृष्ण को दक्षिणावर्ती शंख से अभिषेक करवाएं तथा खीर में तुलसी के पत्ते डाल कर भोग लगाएं। इससे समस्त प्रकार के सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
(2) जन्माष्टमी की रात भगवान कृष्ण को पान का पत्ता भेंट करें। आरती के बाद इस पत्ते पर रोली से श्रीं मंत्र लिखकर तिजोरी में रख लें। तिजोरी में लक्ष्मी का वास हो जाएगा।
(3) निकट के किसी मंदिर में केले के दो पौधे (नर-मादा) लगाएं। बाद में नियमित रूप से इनकी देखभाल करते रहे तथा फल आने पर स्वयं उपयोग न करें वरन किसी मंदिर में अथवा जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर दें। अटके हुए सभी काम पूरे होंगे।
(4) जन्माष्टमी के दिन से आरंभ कर लगातार सत्ताईस दिन तक किसी मंदिर में नारियल अथवा बादाम चढ़ाएं। इससे असंभव कार्य भी पूरे होंगे।
(5) जन्माष्टमी पर रात 12 बजे भगवान को केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें। प्रसाद में उन्हें केसर तथा लौंग अर्पित कर क्लीं मंत्र की 11 माला जप करें। बाद में प्रसाद रूपी केसर का रोजाना नियमित रूप से नाभि तथा सिर पर तिलक लगाएं। इससे सभी लोगों का आकर्षण होता है।