सरमथुरा. दुर्लभ गिद्धों के संरक्षण पर कार्य कर रही साउथ फ्रांस की एक पशु चिकित्सक शुक्रवार को सरमथुरा के दमोह में गिद्धों की शरणस्थली को देखकर खुश हुई। वे कुछ सालों पहले लुप्त होने के कगार पर पहुंचे दुर्लभ गिद्धों के संरक्षण एवं सुरक्षा को लेकर भ्रमण परनिकलीं हैं।
गिद्धों की प्राकृतिक शरणस्थली व उनके संरक्षण एवं सुरक्षा को लेकर साउथ फ्रांस की पशु चिकित्सक मैरी पीऐपुस ने बताया कि उनके यहां फॉर्म में बीस साल पहले पचास गिद्ध थे, इनमें एक ही गिद्ध बचा। इसका संरक्षण पर ध्यान दिया गया तो वहां आज तीन हजार गिद्धों की कॉलोनी है।
उन्होंने बताया कि सरमथुरा के दमोह में झरने के ऊपर पहाड़ी पर गिद्धों की प्राकृतिक शरणस्थली है। यदि यहां इनका संरक्षण व सुरक्षा आदि की उचित व्यवस्था हो जाए तो इनकी संख्या में तेजी से बढ़ोतरी होगी। उनको दमोह की पहाड़ी पर सौ से अधिक गिद्ध दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि दमोह में गिद्धों के संरक्षण एवं सुरक्षा को लेकर वे शीघ्र ही केन्द्र व राज्य सरकार स्तर पर प्रयास करेंगी।