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धौलपुर

चेंपा की चपेट में आई बीस फीसदी सरसों

इन दिनों बढ़े तापमान के कारण सरसों की बीस फीसदी फसल चेंपा की
चपेट में आ गई है। अधिकारियों ने इससे दस फीसदी सरसों में नुकसान की आशंका
बताई है

धौलपुरFeb 11, 2016 / 11:11 pm

शंकर शर्मा

Dholpur photo

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धौलपुर. इन दिनों बढ़े तापमान के कारण सरसों की बीस फीसदी फसल चेंपा की चपेट में आ गई है। अधिकारियों ने इससे दस फीसदी सरसों में नुकसान की आशंका बताई है।

कृषि अधिकारियों का कहना है कि इन दिनों तापमान में चल रहे उतार-चढ़ाव और दिन में तेज धूप के कारण बढ़ते तापमान के कारण सरसों सहित अन्य फसलों पर चेंपा का असर होने लगा है। जिले में बाद में बोई सरसों की फसल में करीब बीस फीसदी फसल चेंपा की चपेट में आ गई है। ऐसे में करीब दस फीसदी सरसों में नुकसान की आशंका बनी हुई है।

अगेती फसल में असर नहीं
कृषि अधिकारियों का कहना है कि सरसों की अगेती फसल में चेंपा का कोई खास असर नहीं पड़ा है। अधिकतर स्थानों पर सरसों पकने के लिए तैयार खड़ी है। जिले में बुधवार व गुरुवार को कृषि अधिकारियों ने सरसों की फसल का जायजा लिया है। इस दौरान यह सामने आया है कि बाद में बोई गई फसल चेंपा की चपेट में है।

बचाव व दवा छड़काव की सलाह
कृषि अधिकारियों का कहना है कि जहां सरसों पर चेंपा का असर है, वहां निगरानी रखें और जिस पौधे की डालियों पर चेंपा लगा है, उसे तोड़कर नष्ट कर दें। फसलों में अधिक स्तर पर दिखाई देने पर मिथाइल पैराथियोजन 2 फीसदी या क्यूनॉलफॉस 1.5 फीसदी चूर्ण 25 किलो प्रति हैक्टेयर की दर से शाम को भुरकाव करें। इसके अलावा मोनोक्रोटोफॉस 36 फीसदी एससी या डाइमिथोएट 30 ईसी 1 लीटर दवा प्रति हैक्टेयर की दर से शाम को छिड़काव करें।

70 हजार हैक्टेयर में सरसों
कृषि विभाग की ओर से जिले में 68 हजार हैक्टेयर में सरसों की बुवाई का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन नकदी फसल लेने व पानी की कमी के चलते किसानों ने 70 हजार हैक्टेयर से अधिक में सरसों की बुवाई की थी। अब बदलते मौसम ने किसानों को चिंता में डाल दिया है।

इसी गांव के पुरुषोत्तम कुमार का कहना है कि तीन बीघा में सरसों की फसल बोई है। शुरू में फसल अच्छी थी, लेकिन अब चेंपा की चपेट में आ गई है। किसान दवा आदि का छिड़काव कर चेंपा से फसल को बचाने के प्रयास में
लगे हैं।

सैंपऊ इलाके के गांव राजा का नगला निवासी गिर्राज शर्मा का कहना है कि उसने सात बीघा में सरसों की फसल बोई है। गर्मी बढऩे के कारण चेंपा लग गया है। इससे फसल में नुकसान की आशंका बनी हुई है। पिछले साल की तुलना में कम पैदावार हो सकती है।

इनका कहना है
 अधिकारियों की ओर से जिले में लिए गए जायजे में सामने आया है कि करीब बीस फीसदी सरसों चेंपा की चपेट में है। चेंपा का प्रकोप बाद में बोई गई सरसों में अधिक है। किसानों को दवा छिड़काव की सलाह दी जा रही है।
राजेश शर्मा, उपनिदेशक कृषि विस्तार धौलपुर

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