सांसों की दुर्गंध हो या भोजन पचाने में मदद, खाने के बाद माउथ फ्रेशनर खाने के फायदे ही फायदे हैं, इनमें मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स कई बीमारियों में फायदेमंद है।
नई दिल्ली। सांसों की दुर्गंध हो या भोजन पचाने में मदद, खाने के बाद माउथ फ्रेशनर खाने के फायदे ही फायदे हैं। इनमें मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स कई बीमारियों में फायदेमंद है। हम बता रहे हैं ऐसे ही 7 नेचुरल माउथ फ्रेशनर के बारे में।
इलायची
छोटी इलायची बेहतरीन माउथ फ्रेशनर है। इसे खाने से मुंह की बदबू दूर होती है। पेट खराब होने या फिर कब्ज होने की वजह से मुंह से बदबू आने लगती है। छोटी इलायची खाने से एक ओर जहां पाचन क्रिया दुरुस्त होती है, वहीं इलायची में मौजूद तत्व मुंह की बदबू दूर करने का काम करते हैं। अगर आपके मुंह से आने वाली दुर्गंध बहुत तेज है तो आप हर समय एक इलायची अपने मुंह में रख सकते हैं।
सौंफ
सौफ का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह याददाश्त बढ़ाता है और शरीर को ठंडा रखता है। सौंफ में कैल्शियम, सोडियम, आयरन और पोटैशियम जैसे कई खनिज तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा इसकी सुगंध भी बहुत अच्छी होती हैं और ताजगी का एहसास कराती है। खाली पेट सौंफ खाने से खून साफ होता है और त्वचा में चमक आती है।
धनिया
हरा धनिया एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के साथ-साथ आयरन, पोटैशियम तथा विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन के का अच्छा स्त्रोत है। मुंह के घाव को ठीक करने में भी ये काफी कारगर होता है। इसमें मौजूद एंटी-सेप्टिक गुण मुंह के घाव को जल्दी भरने का काम करता है। पाचन तंत्र के लिए भी ये विशेष रूप से फायदेमंद है और ये लीवर की सक्रियता को बढ़ाने में मदद करता है।
आंवला सुपारी
आंवला के कितना गुणकारी होता है इसके बारे में कोई संदेह नहीं है। लेकिन क्या आपको पता है जब आप आंवला को धूप में सूखा देते हैं तो ये कितने सारे बीमारियों के लिए लाभकारी साबित होता है। इसे आंवला सुपारी भी कहते हैं। अगर आपके मुंह से बदबू आती है तो इसके लिए आपको च्यूंगम आदि खाने की जरूरत नहीं बस ड्राई आंवला मुंह में रखें। इसका एन्टी-इंफ्लैमटोरी गुण बैक्टिरीया को पनपने नहीं देता है और आपके माउथ को रखता है फ्रेश।
लौंग
लौंग में होने वाला एक खास तरह का स्वाद इसमें होने वाले एक तत्व युजेनॉल की वजह से होता है, यही तत्व इसमें होने वाली एक खास तरह की गंध को पैदा करता है। दांतों में होने वाले दर्द में लौंग के इस्तेमाल से निजात मिलती है और यही कारण है कि 99 प्रतिशत टूथपेस्ट में होने वाले पदार्थों की लिस्ट में लौंग खासतौर पर शामिल होती है। खांसी और बदबूदार सांसों के इलाज के लिए लौंग बहुत कारगर है। लौंग का नियमित इस्तेमाल इन समस्याओं से छुटकारा दिलाता है।
मुलेठी
औषधि और माउथफ्रेशनर के रूप में उपयोग की जाने वाली मुलेठी अपने आप में कई लाभप्रद गुणों को समेटे हुए हैं। गले की खराश तुरंत दूर करने में मुलेठी बेहद मददगार साबित होती है। मुंह बार-बार सूखने की स्थिति में भी मुलेठी से फायदा होता है। ऐसा माना जाता है कि नियमित तौर पर मुलेठी का सेवन करने से आवाज मधुर होती है।
अजवायन
दांतों के दर्द, सांसों की बदबू और कमजोर दांतों की समस्या से जूझ रहे लोग अजवायन खाकर इन समस्याओं में छुटकारा पा सकते हैं। अजवायन के प्रति 100 ग्राम में प्रोटीन 17.1 प्रतिशत, फैट 21.8 प्रतिशत, मिनरल्स 7.9 प्रतिशत, फाइबर 21.2 प्रतिशत और कार्बोहाइड्रेट 24.6 प्रतिशत मौजूद होता है। इसके अलावा इसमें कैल्शियम, थियामीन, राइबोफ्लेविन, फॉस्फोरस, आयरन और नियासीन भी पाया जाता है। अच्छी सेहत के लिए इन्हें जरूरी माना गया है।