कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढऩे से सबसे ज्यादा खतरा हृदय संबंधी रोगों का होता है। ऐसे में व्यायाम व संतुलित आहार के साथ यदि नियमित रूप से बादाम खाने की आदत डाली जाए तो सेहतमंद रहा जा सकता है।
जंकफूड, अधिक तले भुने खाद्य पदार्थ व बाजार में बिकने वाले तरह-तरह के सॉफ्टड्रिंक्सके कारण आजकल कोलेस्ट्रॉल बढऩे की समस्या हर आयुवर्ग के लोगों में आम है। कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढऩे से सबसे ज्यादा खतरा हृदय संबंधी रोगों का होता है। ऐसे में व्यायाम व संतुलित आहार के साथ यदि नियमित रूप से बादाम खाने की आदत डाली जाए तो सेहतमंद रहा जा सकता है।
कई बीमारियों में लाभकारी : बादाम में प्रोटीन, हृदय के लिए जरूरी अच्छा वसा, विटामिन-ए, ई व डी, राइबोफ्लेविन, फाइबर, कैल्शियम आदि कई खनिज मौजूद होते हैं। रोजाना बादाम खाने से हृदय से जुड़ी परेशानियां, हाई बीपी, अधिक यूरिक एसिड बनने की समस्या व कई अन्य बीमारियों में फायदा होता है। कई शोधों के अनुसार हार्टअटैक, कोरोनरी हार्ट डिजीज, धमनियों में ब्लॉकेज जैसे हृदय संबंधी रोगों की आशंका को कम करने के लिए बादाम को सहायक माना गया है।
सीमित मात्रा में खाएं : कुछ लोगों का मानना है कि मोटे लोगों को बादाम व अन्य ड्राईफ्रूट्स नहीं खाने चाहिए, इससे उनमें वजन और बढ़ जाता है। ऐसा नहीं है सीमित मात्रा में इसे कोई भी खा सकता है। सामान्यत: छोटे बच्चों को 5 व किशोरों और वयस्कों को रोजाना 10-12 बादाम अपनी डाइट में शामिल करने चाहिए। मोटापा, किडनी संबंधी समस्या व डायबिटीज के मरीज विशेषज्ञ की सलाह से इनकी मात्रा को डाइट में शामिल करें।
ध्यान रहे: बादाम के छिलके में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। साथ ही यह विटामिन-बी का बेहतर स्रोत है। कुछ लोग इसकी तासीर गर्म मानते हैं और इसे भिगोकर व छीलकर खाते हैं। ऐसे में इसका पूरा फायदा नहीं मिल पाता। इसलिए बादाम को बिना भिगोए ऐसे ही खाएं।