रोज-रोज शैम्पू साबुन का प्रयोग गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकता है और इससे गर्भपात भी हो सकता है
बाजार में आने वाला हर उत्पाद चाहे वो कॉस्मेटिक से जुड़ा हो या भोजन से, हम यही सोचकर खरीदतें है कि अच्छी कंपनी का है तो लाभदायक और सुरक्षित होगा। बावजूद इसके क्या वास्तव में ये उत्पाद हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होते है,कुछ ऎसा ही चौंका देने वाला सच हमारे सामने आया कि लंबे समय तक सील पैक उत्पाद जानलेवा भी हो सकते है।
अपने शरीर को स्व्च्छ रखने के हम रोजाना साबुन और शैम्पू का प्रयोग करते है,ये सोचकर कि हम स्वस्थ रहेंगे। इन उत्पादों के रोजमर्रा के जीवन में प्रयोग करते हुए हम इस बात से अंजान कि यह हमारे स्वास्थ्य को किस हद तक नुकसान पहुंचाता होगा। चीन में शोधकर्ताओं ने शोध कर पता लगाया कि इन उत्पादों में फैथलेट्स कर प्रयोग होता है जिन पर प्रयोग करने पर पता चला कि इनके कम स्तर के कुछ मिश्रणों से लंबे समय तक संपर्क में रहने से प्रयोगशाला के जीवों के स्वास्थ्य पर भी नुकसान पहुंचाता है तो आम इंसान का जीवन तो अमुल्य होता है।
डिब्बा बंद खाद्द उत्पाद या कोई भी दैनिक जीवन में काम आने वाला उत्पाद को लंबे समय तक प्रयोग करने से गर्भपात का कारण बन सकता है। चीन की बीजिंग की पेकिंग यूनिवर्सिटी में 300 से अधिक महिलाओं पर किए गए नए अध्ययन के मुताबिक शोधकर्ताओं ने पाया कि इसमें फैथलेट्स पाया जाता है जिसके इस्तेमाल से गर्भपात हो सकता है और ज्यादातर गर्भपात 5 से 13 हफ्तों के मध्य होते है। चीन में ताजे शोध के अनुसार 172 स्वस्थ गर्भवती महिलाओं को गर्भपात हो चुका है, जिसका एकमात्र कारण फैथलेट्स ही है।