(5) किडनी में स्टोन
अगर किसी व्यक्ति की किड़नी में स्टोन (पथरी) की समस्या है तो उसे तुलसी मिश्रित दूध पीना चाहिए। इससे किडनी में पथरी अपने आप गल कर बाहर आ जाती है।
(6) माइग्रेन तथा लंबे समय से चल रहे सिरदर्द के लिए
दूध में तुलसी उबालकर पीने से लंबे समय से चला आ रहा सिरदर्द तथा माइग्रेन की समस्या भी बिल्कुल ठीक हो जाती है।
(7) मुंह तथा सांस की बदबू दूर करने के लिए
अगर मुंह या सांस में बदबू आ रही है तो तुलसी के कुछ पत्तों को चबा लें। इससे बदबू तुरंत दूर हो जाती है।
(8) शारीरिक दुर्बलता तथा नपुंसकता के लिए
तुलसी पुरुषों की शारीरिक दुर्बलता तथा नुपंसकता भी दूर करती है। तुलसी के बीजों का नियमित इस्तेमाल इन दोनों बीमारियों को दूर कर देता है।
(9) सांप के काटे का इलाज है तुलसी
अगर किसी को सांप ने काट लिया है, तो पीड़ित व्यक्ति को तुरंत तुलसी खिलानी चाहिए। ऐसा करने से उसकी जान बच सकती है। इसके साथ ही जिस स्थान पर सांप ने काटा हो, उस पर तुलसी की जड़ को मक्खन या घी में घिसकर लेप कर देना चाहिए। जैसे-जैसे ज़हर खिंचता चला जाता है, इस लेप का रंग सफ़ेद से काला हो जाता है और आदमी की जान बच जाती है।
तुलसी के सेवन में रखें ये सावधानी
तुलसी के पत्तों में पारा (मरकरी) होता है। इसलिए इसे कभी भी दांतों से चबाकर नहीं खाया जाता, अन्यथा सारे दांत कुछ ही महीनों में खराब होकर टूट जाएंगे। साथ ही इसकी तासीर भी गर्म होती है। अतः गर्म प्रवृत्ति वाले लोगों को भी तुलसी का सेवन संभल कर ही करना चाहिए।