इस जांच से 13 वर्ष पहले चल जाएगा कैंसर का पता!
Published: May 02, 2015 09:25:00 am
अध्ययन में खुलासा 2 बीमारी होने से एक दशक
से ज्यादा पहले शुरू हो जाते हैं कोशिकाओं में बदलाव
कैंसर अपने ज्यादातर रूपों में अभी तक लाइलाज बीमारी ही रहा है। लेकिन वैज्ञानिकों के एक दल ने दावा किया है कि एक नए परीक्षण के जरिए यह बताया जा सकता है कि किसी इंसान को अगले 13 वर्षो में कैंसर हो सकता है या नहीं। दल ने इस परीक्षण के 100 फीसदी खरा होने का भी दावा किया है। हार्वर्ड व नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के इन वैज्ञानिकों ने पाया कि कैंसर की पहचान होने से एक दशक से भी ज्यादा पहले से शरीर की कोशिकाओं में छोटे, मगर बेहद महत्वपूर्ण बदलाव होने लगते हैं।
टेलोमेयर बताता है…
इस दल ने पाया कि क्रोमोजोम के दोनों सिरों पर टेलोमेयर नामक रक्षात्मक कैप होते हैं जो डीएनए के क्षय को रोकते हैं। जिनमें कैंसर होने की संभावना ज्यादा होती है, उनमें इस कैप के टूटने की प्रक्रिया खासी तेज होती है। सही मायनों में ऎसे लोग दिखने में अपनी उम्र से 15 वर्ष तक बुजुर्ग लग सकते हैं। कैंसर की संभावना वाले लोगों में टेलोमेयर अपने सही आकार के मुकाबले लगातार छोटे होते गए, और कैंसर होने से करीब चार वर्ष पहले एकाएक टूटना रूक गए। परीक्षण में जिस किसी के साथ भी ऎसा हुआ, उसे कैंसर की बीमारी हुई। इससे शोध की पुष्टि हुई।
ज्यादातर मामलों में
आए नतीजे सटीक
नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी फीनबर्ग स्कूल ऑफ मेडीसिन में प्रिवेंटिव मेडीसिन के प्रोफेसर व इस अध्ययन के मुख्य लेखक डॉ. लीफैंग होऊ ने कहा कि टेलोमेयर के टूटने का यह पैटर्न कैंसर का पता लगो में बड़ा सहायक हो सकता है। हमने हर तरह के कैंसर रोगियों में टेलोमेयर के इस तरह टूटने की प्रक्रिया पाई है।