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रोग और उपचार

किन वजहों से होती है दांतों में बीमारी, क्या है उसके उपचार, यहां जाने

जो लोग अपने दांतों का नियमित साफ नहीं करते, उन्हें दिल संबंधी बीमारी होने के 70 प्रतिशत संभावना अधिक बढ़ जाती है।

Nov 18, 2016 / 04:11 pm

कमल राजपूत

Dental

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नई दिल्ली। हमारे बॉडी की सुंदरता में स्वस्थ दांतों का अहम रोल होता है। दांतों की स्वच्छता बॉडी की सुंदरता के साथ-साथ स्वस्थ शरीर के लिए भी आवश्यक होता है। लेकिन आप इस बात को जानकर आश्चर्य होगा कि दांतों की स्वच्छता का सीधा कनेक्शन हार्ट से होता है। एक सर्वे के मुताबिक जो लोग अपने दांतों का नियमित साफ नहीं करते, उन्हें दिल संबंधी बीमारी होने के 70 प्रतिशत संभावना अधिक बढ़ जाती है। 

दांतों में होने वाली बीमारी की वजह
खाने-पीने के बाद दांतों को अच्छी तरह से साफ न करने के कारण हमारे दांतों में फंसे भोजन पर कीटाणु घर बना लेते हैं। इस वजह से हमारे दांतों में कई बीमारियां पनपने लगती हैं। जिन्जीवाइटिस का इलाज ठीक प्रकार से नहीं किया जाता है तो यह बीमारी पेरियोडॉन्टाइटिस जैसी बीमारी के रूप में उभर कर आ सकती है। पेरियोडॉन्टाइटिस में दांतों को सहारा देने वाले दातों से जुड़े टिशू नष्ट हो जाते हैं जिससे दांत अपनी जगह नहीं रह पाते हैं। दांतों में इन्फेकशन होने के कारण दांतों को कवर करके रखने वाली नर्व हट जाती है। इस कारण हमारे दांतों में ठंडा-गर्म लगने लगता है। इसे सेंसेविटी कहते हैं। दांतों में खाना फंसा रह जाने पर दर्द होने लगता है और मुंह से दुर्गन्ध आने लगती है। दांतों में पायरिया होने पर दांतों का रंग पीला पडऩे लगता है।

दिन में दो बार करे ब्रश
घंटों ब्रश करने से दांतो को कोई लाभ नहीं मिलता, 2 से 5 मिनट तक ब्रश करना ही काफी है। दिन में दो बार ब्रश करें। आज दांतों और मसूडो की समस्याएं हर उम्र के लोगों में आम हैं। इनसे बचने के लिए कुछ भी मीठा खाने के बाद पानी ज़रूर पीयें। दांतों की सफाई के साथ ही फ्लास भी करें। दांतों मे बीच में फ्लास डालें और फिर उसे बाहर निकालें। फ्लास करने से दांतों में प्लेक की सम्भावना कम होती है। प्लेक जैसी समस्या पर ना ध्यान देने से दांतों में सडऩ हो सकती है। ब्रश खरीदते समय बहुत मुलायम और बहुत सख्त ब्रश ना खरीदें। अपने दांतों की बनावट के अनुसार ब्रश का चयन करें।

फ्लोराइड दांतों की बाहरी परत इनेमल को मजबूत बनाता है इसलिए फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का प्रयोग करें। यह दांतों को सड़न से बचाने में कहीं ज्यादा कारगर है। आज बाज़ार में बहुत से माउथवाश और टूथपेस्ट फ्लोराइडयुक्त आ रहे हैं। माउथवाश का प्रयोग करके आप तरोताज़ा महसूस करेंगे और यह दांतों के आसपास रहने वाले सूक्ष्मजीवों को भी नष्ट करता है।

इन चीजों का सेवन अवोइड करें
अपने खाने में शुगर की मात्रा कम कर दें। सोडा ड्रिंक से भी कैविटी होती हैं, इनसे भी दूर रहें। धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन ना करें। तम्बाकू के सेवन से सिर्फ स्वास्थ्य समस्याएं ही नहीं होती बल्कि दांत भी खराब होते हैं। धूम्रपान करने से दांतों में पीलापन हो जाता है जिसे साफ करना भी मुश्किल हो जाता है। दांतों की सफाई के लिए खीरा, गाजर, मूली तथा सेब अच्‍छे से चबा-चबा कर खाना भी लाभदायक होगा।

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