लंदन। एक नए शोध में यह बात सामने आई है कि कार्यालय में शिफ्ट में काम
करने वाले कर्मचारियों को कैंसर का खतरा अधिक हो सकता है, लेकिन उनमें प्रोस्टेट
कैंसर उतनी तेजी से विकसित नहीं होता है, जितना की दिन में काम करने वाले
कर्मचारियों में हो सकता है। यह शोध करीब 28,000 कर्मचारियों पर किया
गया।
शोध में पाया गया कि शिफ्ट में काम करने वाले और दिन के समय काम करने
वाले कर्मचारियों में प्रोस्टेट कैंसर के खतरे का स्तर भिन्न होता है। यह भी देखा
गया है कि ऎसे संस्थान बड़ी संख्या में हैं, जहां कर्मचारी शिफ्ट में काम करते हैं।
यह भी अनुमान है कि कुल कार्यरत जनसंख्या का पांचवां या छठा हिस्सा शिफ्ट में काम
करता है।
प्रोस्टेट कैंसर का शिफ्ट में काम करने से कोई संबंध है या नहीं,
यह पता लगाने के लिए जर्मनी के जोहांसगुटेनबर्ग विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने
1995 से 2005 के बीच एक रासायनिक कंपनी के 27,828 पुरूष कामगारों पर शोध किया
था। कंपनी के 27,828 पुरूष कामगारों में से 340 में प्रोस्टेट कैंसर के
लक्षण पाए गए।
यह शिफ्ट में काम करने वाले और दिन के समय काम करने वाले कर्मचारियों
के बीच किया गया तुलनात्मक अध्ययन था। यह शोध जर्नल डचेस आरजेटेब्लाट
इंटरनेशनल में प्रकाशित हुआ है।