खोड़निया कांग्रेस के खेवैया
विधानसभा-लोकसभा चुनाव से लेकर पंचायतीराज और सहकार चुनाव तक एक के बाद एक हार झेल कर जिले
डंूगरपुर।विधानसभा-लोकसभा चुनाव से लेकर पंचायतीराज और सहकार चुनाव तक एक के बाद एक हार झेल कर जिले में बिखरी बिखरी सी नजर आ रही कांग्रेस की नैया पार लगाने का जिम्मा अब दिनेश खोडनिया के कांधों पर होगा। वैसे तो जिलाध्यक्ष की दौड़ में कई नेता शामिल थे, लेकिन आलाकमान ने खोडनिया पर भरोसा जताते हुए उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है। खोडनिया को प्रदेश स्तर पर भले ही किसी गुट विशेष का निकटतम माना जाता हो, लेकिन स्थानीय स्तर पर कांग्रेस के सभी गुटों में उनका समान दखल है। कांग्रेस के सत्तासीन रहने के दौरान भी सभी जनप्रतिनिधियों से उनके अच्छे संपर्क रहे।
आतिशबाजी कर मनाया जश्न
डूंगरपुर/सागवाड़ा. मेला प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष तथा कांगे्रस के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दिनेश खोडनिया को जिलाध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। डूंगरपुर तथा सागवाड़ा में जमकर आतिशबाजी की। वहीं सागवाड़ा में कार्यकर्ताओं ने गोल चौराहे पर खोडनिया का स्वागत किया। सूचना मिलते ही कार्यकर्ता सुरभी होटल पहुंचने शुरु हो गए तथा उन्होंने खोडनिया को गुलाल लगा फूलहार पहना शुभकामनाएं देते हुए अभिनंदन किया। वहां से गाजे बाजे के साथ उन्हें गोल चौराहा लाए। इस दौरान जगह-जगह उनका अभिनंदन किया। गोल चौराहे पर आतिशबाजी कर खुशी जताई।
इस दौरान असरार अहमद, दितीया भाई कटारा, भरत नागदा, डूंगरपुर प्रधान लक्ष्मणलाल, नगरपालिका प्रतिपक्ष नेता कुलदीप गांधी, पूर्व पालिकाध्यक्ष पवन गोवाडिया, दिलीपभाई सेठ, प्रभुलाल वाडेल, नरेन्द्र खोडनिया, संजय सारगिया, भरत भट्ट, नानूभाई मकवाना, ललित पंचाल, गुलाबजी यादव, अनोखीलाल भुता, आशा डेन्डोर, गजेन्द्रसिंह चुण्डावत, राजूभाई घांची, बच्चन भट्ट, बदामीलाल खोडनिया, शंकरलाल, मानव दलाल, संतोष खोडनिया, आकाश शाह, चन्द्रशेखर संघवी, गौतमलाल ज्ञानपुर, महावीर जैन सहित नगरवासी मौजूद थे।
जिला मुख्यालय पर कांग्रेस कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर खुशी जताई। महामंत्री सुखदेव यादव, रोशन दोशी, शार्दूल चौबीसा, वल्लभ पाटीदार, अंसार
अहमद, मस्तूक मलिक, उमेश रावल, रतनलाल पाटीदार, लक्ष्मीलाल काका आदि मौजूद रहे।
खोड़निया का परिचय
जन्म: 08 जनवरी 1965
पिता: रतनलाल खोडनिया
माता: भूरीदेवी
शिक्षा: बी कॉम
व्यवसाय: ज्वैलरी शॉप, होटल व रियल स्टेट
राजनीतिक केरियर
1989 से 1995 तक एनएसयूआई जिलाध्यक्ष
1995 से 2000 तक युवक कांगे्रस जिलाध्यक्ष
2002 से 2010 तक जिला कांगे्रस महासचिव
2010 से प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य
वर्ष 2013 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार में राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष।
इसके अलावा जैन समाज की विभिन्न संस्थाओं में भी वे अध्यक्ष पद पर आसीन हैं।
बूथ स्तर पर कार्यकर्ता को जोड़ेंगे
राजस्थान पत्रिका से बातचीत में खोडनिया ने कहा कि चुनावों में मिली लगातार असफलता से कार्यकर्ता शुरू में कुछ हतोत्साहित थे, लेकिन भाजपा सरकार की विफलताओं के प्रति जनता के मन में बढ़ते रोष ने फिजा बदली है और कांग्रेस का कार्यकर्ता नई ऊर्जा से लबरेज है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोगों की रग रग में बसी हुई है। हम बूथ स्तर तक पहुंच कर कांग्रेस के सच्चे सिपाहियों को पार्टी से जोड़कर संगठन को मजबूत करेंगे। सरकार की विफलताओं को जनता के सामने लाएंगे। पार्टी आने वाले चुनावों में पुरजोर ढंग से वापसी कर सत्तासीन होगी।
खोडनिया ने पार्टी में गुटबाजी को नकारते हुए कहा कि संगठन में सभी को अपनी बात कहने का पूर्ण अधिकार है। बात कहना और उसका समर्थन करना कोई गुटबाजी नहीं है। पार्टी का इतिहास रहा है कि चाहे सत्ता में रही हो या विपक्ष में जनहित और जनता की आवाज बुलंद करने को ही प्राथमिकता दी है। कार्यकर्ताओं की उपेक्षा के प्रश्न पर खोडनिया ने कहा कि सत्ता आने पर कार्यकर्ताओं की उम्मीदें बढ़ जाती हंै। सभी उम्मीदें पूरी नहीं होने पर वे स्वयं को उपेक्षित मानने लग जाते हैं। हम राहुल गांधी की युवा और विकासोन्मुखी सोच के साथ केडर बेस पार्टी तैयार कर रहे हैं। कोशिश करेंगे कि कार्यकर्ताओं की उपेक्षा जैसी स्थितियां नहीं बनें तथा सभी को साथ लेकर चलें।