खुली अस्थाई हेल्प डेस्क, नजर नहीं आए बिचौलिये
डूंगरपुरPublished: May 22, 2015 02:07:00 am
देरी से ही
सही, जिला परिवहन कार्यालय में अस्थाई हेल्प डेस्क शुरू हो चुकी है। पत्रिका टीम
गुरूवार को परिवहन कार्यालय पहुंची, लेकिन कोई बिचौलिया नजर
डूंगरपुर। देरी से ही सही, जिला परिवहन कार्यालय में अस्थाई हेल्प डेस्क शुरू हो चुकी है। पत्रिका टीम गुरूवार को परिवहन कार्यालय पहुंची, लेकिन कोई बिचौलिया नजर नहीं आया। हालांकि कार्यालय में कोई व्यक्ति भी अपने काम से पहुंचा हो ऎसा नजर नहीं आया। आम दिनों से यहां कुछ माहौल अलग नजर आया।
स्थाई डेस्क शीघ्र
जिला परिवहन कार्यालय के मुख्य द्वार के समक्ष ही स्थाई हेल्प डेस्क भवन का काम भी शुरू हो चुका है। जैसे ही ये काम पूर्ण हो जाएगा, तो अस्थाई हेल्प डेस्क बंद कर इसे शुरू कर दिया जाएगा। खिड़कियों के अंदरूनी हिस्से में सफाई नजर आई, तो अस्थाई हेल्प डेस्क के लिए एक कार्मिक को बिठाया गया है।
तो बताएं पत्रिका को…
यदि कोई व्यक्ति किसी काम से परिवहन कार्यालय पहुंचे और हेल्प डेस्क पर उसका काम नहीं हो तो वह राजस्थान पत्रिका के नाम एक पत्र भेज सकता है। पुलिस लाइन के सामने राजस्थान पत्रिका कार्यालय के पते पर वह पत्र भेज सकेगा। उसे पत्र में अपना नाम और फोन नम्बर देने होंगे। पत्रिका की इस मुहिम में अब जनता के सहयोग की जरूरत है। पत्र लिखने वाले को यह उल्लेख करना होगा कि वह किस काम से कब वहां पहुंचा था।
नहीं फंसे बिचौलियों के चंगुल में
कोई भी व्यक्ति बिचौलियों के चंगुल में नहीं फंसे। सीधे हैल्प डेस्क पर पहुंचकर अपना काम करवाएं। यदि वहां काम नहीं हो रहा है, तो वरिष्ठ अधिकारी से सम्पर्क करें। बिचौलियों की बजाया कार्यालय से काम कराने पर खर्च तो कम होगा ही पारदर्शिता भी बढेगी। कार्यालय में काम नहीं होता है, तो पत्रिका आपके साथ है।