ये क्या, बारात लेकर अस्पताल पहुंची दुल्हन!
Published: May 21, 2015 09:51:00 am
आग से झुलस गया था दूल्हा और
उसका परिवार, सूचना मिलने पर दूल्हन ने कहा, शादी उसी से होगी और नियत दिन पर ही
होगी
बलिया। यही है घर-आंगन, यही है मंदिर, मैं तुझे सिंदूर लगा दूं, मुझे हक है। हिन्दी फिल्म विवाह का गीत बलिया जिला अस्पताल में पूरी तरह से सजीव होते दिखा। अंतर सिर्फ यह था कि यहां दूल्हा झुलसा था और दुल्हन बारात लेकर पहुंची थी। बारात में न तो बैंड बाजा था, न ही कोई बाराती। अपने परिवार के साथ बारात लेकर पहुंची दुल्हन के हौसले को हर किसी ने सलाम किया।
बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के राजा गांव खरौनी निवासी उमेश सिंह का तिलकोत्सव बीते दिनों हुआ था। इसके बाद बारात जानी थी, लेकिन एक दिन पहले ही उमेश के घर गैस सिलेंडर रिसाव से आग लग गई। इस घटना में उमेश की मां राजेश्वरी देवी (62) बुरी तरह झुलस गई, जबकि उन्हें बचाने में राजेश्वर सिंह (58), उमेश सिंह (25), संजय सिंह (35) और सिंधू सिंह (30) घायल हो गए। सभी का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। झुलसने के कारण उमेश बारात लेकर जाने की हालत में नहीं था।
दुल्हन ने कहा उसी तिथि पर होगी शादी
इसकी सूचना मिलने के बाद लड़की पक्ष के लोग शादी की तिथि आगे बढ़ाने का मन बना चुके थे, दुल्हन गुडिया ने अपने माता-पिता के सामने यह प्रस्ताव रख दिया कि चाहे जो हो, शादी उमेश से ही होगी और निर्धारित तिथि पर ही। गुडिया के सवालों के सामने निरूत्तर हुए उसके परिवार वालों ने इसकी सूचना उमेश के गांव दी। गुडिया का हौसला देख उमेश ने भी निर्धारित तिथि पर ही परिणय सूत्र में बंधने की इजाजत दे दी। इसके बाद बिहार राज्य के छपरा जनपद के उमधा निवासी राधा किशुन सिंह अपनी बेटी गुडिया और अन्य परिजनों के साथ साधारण तरीके से जिला अस्पताल पहुंचे।