गजब! इस देश की राजधानी में बन रहा है मुर्दो का शहर
Published: May 21, 2015 03:22:00 pm
मुर्दो के इस सबसे बड़े शहर में हर साल दफनाए जा सकेंगे 20 हजार मुर्दे
जेरूसलम। अब तक आपने मुर्दो के शहर के बारे में शायद ही सुना हो, लेकिन इस दुनिया में एक ऎसा देश भी है जो मुर्दो के लिए अलग से एक शहर बसा रहा है। मुर्दो का यह अनोखा शहर बाकायदा एयर कंडीशनर, जगमगाती लाइटों और एलिवेटर्स की सुविधाओं से लैस होगा।
इजरायल में बन रहा है ये शहर
मुर्दो का यह शहर इजरायल की राजधानी जेरूसलम में बनाया जा रहा है। जेरूसलम को यहूदियों का पवित्र शहर माना जाता है। यहयूदी लोग मरने के बाद लोगों को इसी शहर में दफनाते हैं ऎसे में शहर में मुदोंü को दफनाने की जगह कम होती जा रही है। इसी वजह से जेरूसलम में मुर्दो को दफनाने के लिए जमीन कम पड़ती जा रही है, वहीं बची हुई जमीन की कीमतें भी आसमान छू रही है।
बन रहा है 3 मंजिला मुर्दाघर
दफनाने के लिए कम होती जा रही है जगह की समस्या से निपटने के लिए लोग 50 मिलियन डॉलर का फंड जमा करके यहां पर एक शहरनुमा मुर्दाघर बना रहे हैं। इस मुर्दाघर में 20 हजार से भी ज्यादा मुर्दो को दफनाने की जगह होगी। इसके अलावा इस इमारत में कई सुरंगें भी होंगी।
जेरूसलम में दफनाना माना जाता है पवित्र
इजरायल ज्यादातर लोग यहूदी धर्म को मानने वाले हैं। इस धर्म के लोग मुर्दों को जेरूसलम में दफनाना पवित्र मानते हैं। इन लोगों के लिए यह शहर इतना पवित्र है कि जो लोग बाहर मरते हैं, उन्हें भी यहीं लाकर दफनाने की कोशिश की जाती है। इस काम के लिए लोग हजारों डॉलर की कीमत चुकाने को भी तैयार रहते हैं।
हर साल मरते हैं 35 हजार इजरायली
विकसित देशों में शुमार इजरायल एक छोटा सा देश है जो भूध्यसागर के मध्य-पूर्वी किनारे पर बसा है। इस देश की कुल जनसंख्या करीब 90 लाख है। एक अनुमान के अनुसार इजरायल में हर साल करीब 35 हजार यहूदियों की मौत होती है जो यहां की जनसंख्या का लगभग 10 फीसदी है। इन सभी मुर्दो को जेरूसलम में ही दफनाया जाता है।