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कैंसर और ब्रेन ट्यूमर से लड़कर जीती जिंदगी की मैराथन

जैकब को कई बीमारियों के चलते हर तीसरे महीने होना पड़ता है अस्पताल में भर्ती, डॉक्टरों ने मेहनत करने से किया था मना

Aug 31, 2015 / 09:50 am

Anil Kumar

Jacob

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मुश्किलें हारने नहीं, जीतने के लिए होती हैं। मेलबर्न के 30 वर्षीय जैकब वॉकर ने अपनी तीन हार्ट सर्जरी, 20 साल में कैंसर से लड़ने और फिर 28 साल की उम्र में ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन के बाद भी जिंदगी जीने का जज्बा नहीं छोड़ा। अपने ट्यूमर और हार्ट की बीमारी के चलते उन्हें हर तीन महीने में अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है, लेकिन इन सबसे विचलित होने के बजाए जैकब हमेशा यह सोचते हैं कि वह कैसे भी फिट होते हुए जिंदगी में तय किए गए लक्ष्य को अच्छी तरह से हासिल करें।






रक्त संचार नहीं
जैकब जब दो साल के थे डाक्टरों ने उनके माता-पिता के बताया कि उन्हें हार्ट की बीमारी जिसे कोआर्कटेशन कहते हैं। इसमें धमनियां सिकुड़ी जाती हैं। इससे उनके पूरे शरीर में पर्याप्त मात्रा में रक्त संचार नहीं होता था। सांस लेनी में भी परेशानी होती थी। डॉक्टरों ने कहा था कि कभी भी अटैक हो सकता है। धमनियों को ठीक करने के लिए बचपन में एकबार, 17 साल की उम्र में दो बार उनकी ओपन हार्ट सर्जरी हो चुकी है।





8 महीने बाद मैराथन
जैकब को डॉक्टरों ने कहा था कि वह कभी ठीक नहीं हो पाएंगे और ना हीं जिंदगी में मेहनत करेंगे, लेकिन जज्बे के दम पर उन्होंने पिछले साल मार्च में तीन सेमी के ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी के ठीक आठ माह बाद न्यूर्याक मैराथन पूरा किया है। जैकब को अभी भी सर का लगातार एमआरआई स्कैन करना पड़ता है।





नहीं ले पाते तेजी से सांस
डाक्टरों ने इस वजह से उन्हें सीढियां चढ़ने और ज्यादा दौड़नेे के लिए मना किया था क्योंकि वह ज्यादा तेजी से सांस नहीं ले सकते। जैकब ने उनकी इस सलाह को 20 सालों तक माना भी लेकिन अब वह इस तरह जीने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने अब मैराथन में हिस्सा लेना शुरू कर दिया है और फिटनेस पर भी ध्यान देने लगे हैं। साल 2013 में उन्होंने मेलबर्न के यूरेका टॉवर पर 1642 सीढियां चढ़ने की रेस पूरी की और इसमें भाग लेने वाले दो हजार प्रतियोगियों के बीच 99वीं रैंक हासिल की। उन्होंने अपनी जिंदगी की कहानी का एक वीडियो यूट्यूब पर भी अपलोग किया जिसे अब तक 1 लाख 17 हजार बार देखा जा चुका है।




ट्राइथलॉन में हिस्सा लेने की तैयारी
वह नवंबर में हैमिल्टन में होने वाली एक ट्राइथलॉन में हिस्सा लेने की तैयारी में हैं। 750 मीटर की तैराकी, 20 किमी की बाइक राइड और 5 किमी दौड़ना है। जैकब का कहना है कि इससे पहले उनके सारे मैराथन चैरिटी के लिए थे। लेकिन इस बार वो पूरे जी जान से जीतने के लिए दौड़ेंगे।

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