इस गांव में है भूतों का डेरा, दो महीने से सूने पड़े हैं सारे घर!
Published: Aug 26, 2016 12:07:00 pm
इस गांव की तरफ जाने के लिए रास्ता ही नहीं है, यह जंगलों व पहाड़ों के बीच बसा हुआ है
हेरहंज (लातेहार)। इस जिले का एक गांव पिछले कुछ दिनों से घरों के बाहर ताले लटके हैं। यहां से करीब 60 लोग गांव छोड़ कर चले गए हैं। इसकी वजह कोई महामारी नहीं, बल्कि अंधविश्वास है। लोग भूत के डर से गांव खाली कर चले गए हैं। गांव का स्कूल भी बंद है।
खीराखांड़ नाम का यह गांव हेरहंज प्रखंड की सलैया पंचायत के तहत आता है। गांव में केवल स्कूल का मकान ही पक्का है, बाकी सभी घर फूस के हैं। यहां केवल आदिम जनजाति (परहिया) के लोग ही रहते थे। गुरुवार को आसपास के गांव के लोगों ने बताया कि गांव में दो माह पूर्व अज्ञात बीमारी के चलते चार लोगों की मौत हो गई थी। इसे ग्रामीणों ने भूतप्रेत का प्रकोप मान लिया और गांव को छोड़ सभी परिवार भाग गए।
हेरहंज प्रखंड के खीराखांड़ टोना की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि एक बार इंसान अगर गांव जाना चाहे तो उसके पसीने छूट जाएंगे। गांव जाने के लिए रास्ता ही नहीं है। जंगलों व पहाड़ों के बीच खीराखांड़ टोला बसा हुआ है।